‘आप’ विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से की मुलाकात, कहा – मुख्यमंत्री जेल से चलाएं सरकार

नयी दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों और पार्षदों ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता से मुलाकात की और कहा कि मुख्यमंत्री को जेल से ही सरकार चलानी चाहिए और वह इस्तीफा नहीं दें. दिल्ली के मुख्यमंत्री को आबकारी नीति मामले में एक दिन पहले न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद यह बयान आया है. केजरीवाल 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं. उन्हें आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले महीने गिरफ्तार किया था.

पार्टी के नेताओं के अनुसार, आप विधायकों और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के पार्षदों ने सुनीता केजरीवाल से कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के दो करोड़ लोग मुख्यमंत्री के साथ हैं और उन्हें किसी कीमत पर इस्तीफा नहीं देना चाहिए. दिल्ली में ‘आप’ के 62 विधायकों में से 55 विधायक बैठक में मौजूद थे. ‘आप’ नेताओं ने कहा कि चार विधायक शहर से बाहर हैं जबकि तीन – केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन – जेल में हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मांग की है कि आबकारी नीति से जुड़े कथित घोटाले में गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

‘आप’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी के विधायक सुनीता केजरीवाल से मिलना चाह रहे थे. हालांकि, गिरफ्तारी के खिलाफ पार्टी के विरोध प्रदर्शन और रामलीला मैदान में, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की रैली के कारण बैठक में थोड़ी देरी हुई. दिल्ली के मंत्री ने कहा कि आप विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की और उनमें से लगभग 24 विधायकों ने अपने विचार व्यक्त किए.

भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनीता केजरीवाल के साथ बातचीत कर सकते हैं. उनके अनुसार, इसलिए विधायकों ने उनसे आग्रह किया कि वह उनका संदेश केजरीवाल तक पहुंचा दें कि उन्हें इस्तीफा दिए बिना जेल से ही सरकार चलाते रहना चाहिए.

भारद्वाज ने बताया कि विधायकों ने सुनीता केजरीवाल से कहा कि भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस्तीफा दिलाने के लिए उनपर अत्यधिक दवाब डालेगी. यदि वह इस्तीफा देते हैं तो वे कहेंगे कि वह जिम्मेदारियों से भाग गए. उन्होंने कहा, ”भाजपा की नीति जाल बिछाना और मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करना है.” भारद्वाज ने इन अटकलों को भी हास्यास्पद करार दिया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री बदले जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह भाजपा द्वारा फैलायी गयी ”अफवाह” है.

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