सदन में हंगामा करने वाले भाजपा विधायकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू: अध्यक्ष

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 28 फरवरी को बजट पारित होने से पहले हंगामा करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ विधायकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी गई है और मामला विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया है।

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप ंिसह पठानिया ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कुछ सदस्यों से (हंगामे पर) नोटिस मिले हैं और मैंने भी स्वत: संज्ञान लिया है। मामला विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सदन के अंदर भाजपा विधायकों द्वारा की गई अनुशासनहीनता नियमों और संवैधानिक प्रावधानों के उल्लंघन के तहत कार्रवाई योग्य है और इस संबंध में उन्हें नोटिस जारी किये जा रहे हैं।’’ पठानिया ने कहा कि विधायक गरिमापूर्ण तरीके से विरोध कर सकते हैं और नारे लगा सकते हैं, लेकिन आसन पर कागज फेंकना स्वीकार्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि विशेषाधिकार समिति की कार्यवाही को कैमरे में रिकॉर्ड किया जाएगा और समिति एक रिपोर्ट सौंपेगी। विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय के बाहर 27 फरवरी को मार्शल के साथ दुर्व्यवहार करने और हंगामा करने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर समेत 15 भाजपा विधायकों को निलंबित करने के बाद 28 फरवरी को सदन स्थगित कर दिया था, लेकिन निलंबित भाजपा विधायकों ने सदन छोड़ने से इनकार कर दिया था और सदन में अध्यक्ष के आसन पर कागज फेंके तथा नारेबाजी की थी।

ठाकुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वे विभिन्न प्रावधानों के तहत नोटिस का जवाब देंगे। इससे पहले, कांग्रेस के छह विधायकों को उस पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसमें उन्हें सदन में उपस्थित रहने और सरकार के बजट के पक्ष में मतदान करने के लिए कहा गया था।

पठानिया द्वारा 15 भाजपा विधायकों को निलंबित करने के बाद सदन ने वित्त विधेयक को ध्वनि मत से पारित कर दिया था। अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में ‘क्रॉस वोंिटग’ की थी, जिसके चलते सत्तारूढ़ कांग्रेस राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए हुए चुनाव में हार गई।

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