जवानों की सुरक्षा के लिए ‘हवाई कुरियर सेवा’ तत्काल बहाल की जाए: कांग्रेस
नयी दिल्ली. कांग्रेस ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि जवानों के लिए ‘हवाई कुरियर सेवा’ बहाल की जाए ताकि उनकी सुरक्षा के लिए खतरा पैदा नहीं हो. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि ‘जवानों की जान जोखिम में डालने’ के लिए सरकार को माफी मांगनी चाहिए.
सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘पुलवामा के शहीदों के नाम पर युवाओं का पहला वोट मांगकर झूठे राष्ट्रवाद के आंसू बहाने वाली मोदी सरकार ने घाटी में आवाजाही के लिए सैनिकों की ‘‘हवाई कुरियर सेवा’’ फिर निलंबित कर दी है.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘रक्षा और गृह मंत्रालयों से अनुमति न मिलने के कारण कश्मीर घाटी में रोज़ाना आने जाने वाले सैनिकों के लिए हवाई कुरियर सेवा एक अप्रैल से बंद कर हमारे सैनिकों की सुरक्षा को ख़तरे में डाल दिया है. दुर्भाग्य है कि मोदी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि सैनिकों की सुरक्षा को देखते हुए ये हवाई आवागमन की सेवा तत्काल बहाल करके सरकार सैनिक व अर्धसैनिक बलों की जान जोखिम में डालने के लिए देश से माफ़ी मांगे.’’ सुरजेवाला के अनुसार, यही कुरियर सेवा बंद होने के कारण 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा के आतंकी हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. यह हमला इसलिए संभव हो पाया था कि इस बेहद संवेदनशील इलाके से सीआरपीएफ के जवान बसों के जरिए ड्यूटी करने जा रहे थे, उन्हें मोदी सरकार ने ड्यूटी स्थल तक ले जाने के लिए हवाई सुविधा तब भी उपलब्ध नहीं कराई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘पुलवामा में हुए हमले के बाद कांग्रेस पार्टी की मांग और इस आशय की खबर छपने के बाद मोदी सरकार ने जवानों को आनन फानन में ‘एयर कुरियर र्सिवस’ बहाल की थी, जो अब 1 अप्रैल 2022 से फिर समाप्त कर दी गई है.’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अर्धसैनिक बलों के लिए ‘एयर कुरियर र्सिवस’ ऐसे वक्त में बंद की गई है, जब घाटी के ऊंचे पहाड़ों पर बर्फ पिघलनी शुरू हो गई है… आतंकवादी हमलों का खतरा ऐसे में चरम पर होता है और घाटी में पिछले कुछ दिनों में कई आतंकी हमले भी हुए हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सरकार से तत्काल सैनिक व अर्धसैनिक बलों के लिए तत्काल हवाई कुरियर सेवा की बहाली की मांग करते हैं.’’