
अयोध्या. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोमवार को कहा कि मंदिर निर्माण सबंधी सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं. ट्रस्ट ने अपने आधिकारिक “एक्स” पेज पर एक पोस्ट में कहा, “सभी श्रीरामभक्तों को यह जानकारी देते हुए हर्ष हो रहा है कि मंदिर निर्माण सबंधी सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं.” इसके पहले 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई. मोदी 25 नवंबर को अयोध्या आ सकते हैं, जहां ध्वजारोहण समारोह होना है.
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री और अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या दौरे पर राम मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होंगे और उसी दिन परिसर में बने मंदिरों में भी ध्वजारोहण करेंगे. शाही ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई हैं.
उन्होंने यह भी घोषणा की कि चौदह कोसी परिक्रमा 30 अक्टूबर को और पंच कोसी परिक्रमा एक नवंबर को होगी. अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन दोनों काम कर रहे हैं. संभावित दौरे से पहले सोमवार को अयोध्या हवाई अड्डे पर सुरक्षा और अन्य कार्यों की समीक्षा की गई. अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने की तैयारी पूरी है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में मंदिर निर्माण की उपलब्धि की सराहना की और इसे लोगों की “आस्था” का परिणाम बताया. उन्होंने लखीमपुर खीरी जिले में कहा, “कुछ साल पहले तक कई लोगों का मानना था कि राम मंदिर केवल एक सपना ही रहेगा, लेकिन आज भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है और अयोध्या ने अपना प्राचीन वैभव पुन? प्राप्त कर लिया है.” उन्होंने कहा, “जब राम भक्तों ने मंदिर के लिए आवाज. उठाई, तो कई लोगों ने इसे एक असंभव सपना मानकर खारिज कर दिया. लेकिन वे भक्त कभी नहीं डगमगाए. उनके दृढ. संकल्प और विश्वास ने हमें इस ऐतिहासिक क्षण तक पहुंचाया है.” आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में लोग अयोध्या आए और यह संख्या बढ.ती ही जाएगी.
उन्होंने कहा, “पिछले साल छह करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने अयोध्या धाम का दर्शन किया. इससे पहले, शहर में सालाना केवल कुछ लाख ही श्रद्धालु आते थे.” ट्रस्ट ने कहा कि मुख्य मंदिर, परकोटा के छह मंदिर भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा तथा शेषावतार मंदिर भी पूर्ण हो चुके हैं और इन पर ध्वजदण्ड एवं कलश स्थापित हो चुके हैं.
पोस्ट में कहा गया “इसके अतिरिक्त सप्त मण्डप अर्थात् मर्हिष वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, मर्हिष अगस्त्य, निषादराज, शबरी एवं ऋषि पत्नी अहल्या मंदिरों का भी निर्माण पूर्ण हो चुका है.” इसमें कहा गया है, “सन्त तुलसीदास मंदिर भी पूर्ण हो चुका है तथा जटायु और गिलहरी की प्रतिमाएं स्थापित की जा चुकी हैं.” ट्रस्ट ने कहा कि जिन कार्यों का सीधा सम्बन्ध दर्शनार्थियों की सुविधा या व्यवस्था से है, वे सभी कार्य पूरे किये जा चुके हैं.
इसने कहा कि मानचित्र के अनुसार सड़कें एवं फ्लोरिंग पर पत्थर लगाने का कार्य निर्धारित कंपनी द्वारा तथा भूमि सौन्दर्य, हरियाली और ‘लैंड स्केपिंग’ कार्य सहित 10 एकड़ में पंचवटी का निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है. ट्रस्ट ने कहा कि फिलहाल वही निर्माण कार्य जारी हैं, जिनका संबंध जनता से नहीं है, जैसे 3.5 किलोमीटर लम्बी चारदीवारी, ट्रस्ट कार्यालय, अतिथि गृह व सभागार आदि के कार्य है.
प्रधानमंत्री की संभावित आयोध्या यात्रा के लिए हवाई अड्डे पर सुरक्षा और परिचालन तैयारियों की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 25 नवंबर को संभावित अयोध्या यात्रा से पहले सोमवार को यहां मर्हिष वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा और परिचालन तैयारियों की समीक्षा की गई. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोमवार को प्रभु श्री रामलला के मुख्य मंदिर सहित सभी मंदिरों का निर्माण कार्य पूरा होने की घोषणा की. मोदी 25 नवंबर को अयोध्या का दौरा कर सकते हैं, जहां ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रधानमंत्री अयोध्या यात्रा के दौरान राम मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे तथा उस दिन परिसर में बने अन्य मंदिरों में भी ध्वजारोहण करेंगे. शाही ने बताया कि आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. चौदह कोसी परिक्रमा 30 अक्टूबर को और पंच कोसी परिक्रमा एक नवंबर को होगी. जिला और पुलिस प्रशासन अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं.
 
				


