‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाना संविधान का अपमान: कंगना रनौत

हरिद्वार. बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा ‘पास’ की गयी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर कुछ राज्यों में प्रतिबंध लगाया जाना संविधान का अपमान है. धार्मिक यात्रा पर यहां पहुंची कंगना रनौत ने संवाददाताओं से कहा, ”जिस ि़फल्म को सेंसर बोर्ड ने ‘पास’ किया है, उस पर ‘बैन’ (प्रतिबंध) लगाना संविधान का अपमान है. ‘द केरला स्टोरी’ ि़फल्म को कुछ राज्यों में बैन (प्रतिबंधित) किया जाना बिल्कुल गलत है.”

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने समुदायों के बीच तनाव को देखते हुए 8 मई को फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया था. तमिलनाडु के सिनेमाघरों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति और खराब दर्शकों की संख्या का हवाला देते हुए इसकी स्क्रीनिंग बंद करने का फैसला किया था.

पिछले हफ्ते, उच्चतम न्यायालय ने राज्य में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के पश्चिम बंगाल सरकार के आदेश पर रोक लगा दी और तमिलनाडु से फिल्म देखने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा. अभिनेत्री ने कहा कि लोगों को बॉलीवुड फिल्म उद्योग से शिकायत रहती है कि जिस तरह की फिल्में वे देखना चाहते हैं, वैसी फिल्में नहीं बनायी जाती हैं.

उन्होंने कहा, ”जब ‘द केरला स्टोरी’ जैसी फिल्म बनती है तो लोगों की शिकायत दूर हो जाती है. जिन फिल्मों को लोग देखना पसंद करते हैं, उनसे फिल्म इंडस्ट्री को फायदा ही होता है.” अभिनेत्री के अलावा फिल्म निर्माता भी बन चुकी रनौत ने बताया कि उनके द्वारा निर्मित की गयी नयी फिल्म ‘इमरजेंसी’ जल्द ही सिनेमाघरों में प्रर्दिशत होने वाली है. उन्होंने कहा कि इस फिल्म में न केवल उन्होंने अभिनय किया है बल्कि इसका निर्माण भी उन्होंने किया है.

कंगना पिछले माह के आखिर में भी हरिद्वार आयी थीं. उस दौरान वह बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन करना चाहती थीं लेकिन तब मौसम ़खराब होने के कारण उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पायी थी. हरिद्वार में मंगलवार को रूकने के बाद संभवत: वह बुधवार को केदारनाथ और बदरीनाथ धामों के दर्शन के लिए जाएंगी.

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