‘भारत जोड़ो यात्रा’ भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ है : कांग्रेस

तिरुवनंतपुरम. कांग्रेस ने रविवार को कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ न केवल भाजपा की कथित विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ है, बल्कि इसका उद्देश्य देशभर में पार्टी संगठन को ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर तक पुनर्जीवित करना भी है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि यह यात्रा एक ‘‘सुनने वाली यात्रा’’ है, जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तमिलनाडु में कन्याकुमारी से जम्मू कश्मीर तक की 3,570 किलोमीटर की यात्रा के दौरान आम लोगों की समस्याओं को सुनेंगे.

उन्होंने गांधी के कपड़े के बारे में सोशल मीडिया में चल रही टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘ये एक पार्टी की तुच्छ, बचकानी और मूर्खतापूर्ण हरकत है, जो इस यात्रा से हताश है.’’ दिन की यात्रा के पहले चरण के समापन के बाद यहां एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश ने कहा, ‘‘उनका उद्देश्य हमें लक्ष्य से भटकाना है. हम झुकने वाले नहीं हैं. हमारा ध्यान नहीं भटकेगा.’’ यात्रा का दूसरा चरण यहां नेय्याट्टिनकरा से शाम चार बजे शुरू होगा.

रमेश ने कहा, ‘‘यह एक नयी और आक्रामक कांग्रेस है, जो लोगों से जुड़ रही है.’’ प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि गांधी के कपड़े के बारे में टिप्पणियां यह दर्शाती हैं कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ उन दलों के लिए एक समस्या बन गई है, जो कांग्रेस को नष्ट करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मंशा बहुत साफ है. हमारा इरादा भय और क्रोध के प्रसार को रोकना, जबकि प्यार और स्रेह फैलाना है.’’ वेणुगोपाल ने कहा कि गांधी विंिझजम बंदरगाह परियोजना का विरोध कर रहे मछुआरों के अलावा राज्य में ‘के-रेल’ विरोधी आंदोलन और इस तरह के अन्य आंदोलनों के नेताओं के साथ संवाद करेंगे. वेणुगोपाल ने कहा कि गांधी यात्रा मार्ग से इतर समाज सुधारकों अय्यंकाली, चट्टम्पी स्वामीकल और श्री नारायण गुरु को श्रद्धांजलि देने भी जाएंगे.

वहीं, जयराम रमेश ने कहा कि यह यात्रा किसी विधानसभा चुनाव या 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नहीं की जा रही है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम ‘जोड़ने’ का काम कर रहे हैं क्योंकि कोई ‘तोड़ने’ का काम कर रहा है. भाजपा-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की योजना भारत को बांटने की है, जबकि कांग्रेस की योजना इसे एकजुट करने की है.’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘आज विविधता खतरे में है और इसलिए एकता खतरे में है. भाजपा-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विविधता को खारिज करते हैं, इसलिए हमने यात्रा शुरू की है.’’ राहुल गांधी ने शनिवार शाम केरल में प्रवेश करने के बाद यहां परस्साला से रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे यात्रा शुरू की.

Related Articles

Back to top button