राजनीतिक शहीदों को लेकर बिशप के बयान की गलत व्याख्या की गयी : गिरजाघर

कन्नूर. कैथोलिक गिरजाघर के थालास्सेरी आर्कडायसिस ने राजनीतिक शहीदों पर उसके आर्कबिशप के बयान की ‘गलत व्याख्या’ करने की निंदा की है और कहा है कि गिरजाघर का शहीदों का सम्मान करने का इतिहास रहा है. थालास्सेरी के आर्कबिशप एम. जोसेफ पामप्लानी ने शनिवार को यह कहकर विवाद उत्पन्न कर दिया था कि राजनीतिक शहीद वे हैं जो ‘अनावश्यक झगड़े’ में लिप्त होने के बाद मारे गए. बाद में इस बयान की रविवार को राज्य के राजनीतिक नेताओं ने आलोचना की.

बिशप ने शनिवार को केरल कैथोलिक यूथ मूवमेंट (केसीवाईएम) के एक कार्यक्रम में कहा था कि यीशु के 12 प्रचारक की शहादत राजनीतिक शहीदों से अलग थी. आर्कडायसिस ने रविवार रात को एक बयान जारी करके कहा कि कुछ लोग ”बिशप के बयान की गलत व्याख्या कर रहे हैं.” इसमें कहा गया है, ”गिरजाघर का शहीदों का सम्मान करने का लंबा इतिहास रहा है…कुछ लोग हैं जो अपनी विचारधारा और मूल्यों के लिए शहीद हुए, जैसे कि देवदूत…यह सच है कि ऐसे भी शहीद हैं जिनका किसी राजनीतिक दल से ताल्लुक नहीं रहा, लेकिन कुछ ने निहित स्वार्थों के लिए जान गंवा दी और बिशप ने ऐसी घटनाओं के खिलाफ ही आगाह किया था.”

बिशप का यह वीडियो रविवार को वायरल हो गया था, जिसके बाद एलडीएफ संयोजक ई पी जयराजन और वरिष्ठ वामपंथी नेता पी जयराजन सहित कई वरिष्ठ वामपंथी नेताओं ने इस बयान की आलोचना की थी. पी जयराजन ने पामप्लानी से सवाल किया कि क्या गांधीजी की हत्या किसी के साथ ‘अनावश्यक लड़ाई’ में शामिल होने के बाद हुई थी. इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिशप का समर्थन किया और कहा कि वरिष्ठ पादरी पर ‘हमला’ लोकतंत्र विरोधी है.

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