भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा ने टीएमसी नेता के खिलाफ शिकायत की

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार रेखा पात्रा ने अपनी निजता के कथित उल्लंघन के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) उम्मीदवार देबांग्शु भट्टाचार्य के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग में एक शिकायत दी है.
पात्रा ने संदेशखालि में महिलाओं की दुर्दशा को उजागर किया था. उन्होंने एक पत्र राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को भी लिखा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि तामलुक लोकसभा सीट से तृणमूल उम्मीदवार एवं पार्टी के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ प्रमुख भट्टाचार्य ने उनकी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक खाते का विवरण सार्वजनिक किया.

पात्रा के वकील ने पत्र में कहा, “हाल ही में, देबांग्शु भट्टाचार्य के फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट के माध्यम से, तामलुक के टीएमसी उम्मीदवार ने मेरी मुवक्किल के निजी विवरण, जैसे फोन नंबर, बैंक खाता विवरण, स्वास्थ्य साथी योजना विवरण, साथ ही दुआरे सरकार योजना विवरण साझा किया, जो मेरी मुवक्किल की निजता के अधिकार का स्पष्ट उल्लंघन है.”

भट्टाचार्य ने दावा किया कि पात्रा ने 2021 में राज्य प्रायोजित स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ उठाया था. उन्होंने पात्रा द्वारा इस्तेमाल किया गया एक कार्ड भी साझा किया, जिससे पता चलता है कि कि उन्होंने वित्तीय सहायता योजना ‘स्वास्थ्य साथी’ और महिलाओं के लिए एक वित्तीय सहायता योजना ‘लक्ष्मी भंडार’ का लाभ उठाने के लिए 25 मार्च, 2021 को ‘दुआरे सरकार’ (राज्य सरकार पहुंच कार्यक्रम) में भाग लिया था.

पात्रा ने बृहस्पतिवार को इसकी पुष्टि की थी कि उन्होंने राज्य प्रायोजित योजनाओं के लिए नामांकन किया है, लेकिन साथ ही कहा कि पश्चिम बंगाल की नागरिक के रूप में, वह किसी भी राज्य प्रायोजित कल्याण योजना का लाभ उठाने की हकदार हैं. भाजपा उम्मीदवार पात्रा ने अपने वकील के माध्यम से दोनों आयोगों से आग्रह किया कि वे “उनके निजता के अधिकार का उल्लंघन करने और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संरक्षण (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन करने” के लिए टीएमसी नेता के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें.

टीएमसी नेता के पोस्ट के जवाब में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने टीएमसी सरकार की आलोचना की.
शर्मा ने कहा, ह्लक्या ममता बनर्जी अपनी जेब से भुगतान कर रही है? यह करदाताओं का पैसा है और पश्चिम बंगाल के प्रत्येक नागरिक के लिए है. क्या यह केवल तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए है? और दिल्ली के जोमिदारों से आपका क्या मतलब है? क्या पश्चिम बंगाल भारत का हिस्सा नहीं है? आप लोग ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे कि ममता बनर्जी राज्य की मालिक हैं.ह्व टीएमसी की राज्यसभा सदस्य सागरिका घोष ने जवाब दिया और ममता बनर्जी के नाम का उल्लेख करने में एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष की वर्तनी त्रुटि की आलोचना की. उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, “अच्छा होता यदि राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख को भारत की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री का नाम लिखने आता.”

पात्रा ने अपने वकील के माध्यम से यह भी उल्लेखित किया है कि भाजपा द्वारा उम्मीदवार बनाये जाने के बाद से वह राजनीतिक विरोध का सामना कर रही हैं. उनके वकील ने संदेशखालि में महिलाओं को धमकाने और यौन उत्पीड़न करने के आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने में पात्रा की भूमिका पर जोर भी दिया. संदेशखालि के अशांत क्षेत्र की एक गृहिणी और टीएमसी के गिरफ्तार नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों की कथित यातना की पीड़ित पात्रा को भाजपा ने बशीरहाट लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. संदेशखालि इसी लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में पात्रा को “शक्ति स्वरूपा” कहकर संबोधित किया था.

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