चुनावी बॉण्ड के जरिए काला धन भाजपा के खातों में भेजा गया: कांग्रेस

चुनावी बॉण्ड भाजपा का 'सफेदपोश भ्रष्टाचार' है : स्टालिन

नयी दिल्ली/मुंबई/हैदराबाद. कांग्रेस ने सरकार पर चुनावी बॉण्ड योजना के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खातों में काला धन भेजने की ”साजिश” रचने और ”लाभ लेकर फायदा पहुंचाने” का रविवार को आरोप लगाया. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि चुनावी बॉण्ड ”घोटाले” को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जवाबदेह हैं.

लोकसभा चुनाव से पहले आयकर अधिकारियों द्वारा कांग्रेस के खातों पर रोक लगाए जाने के संदर्भ में, उन्होंने सत्तारूढ. दल पर पार्टी पर ”र्सिजकल हमला” करने और ”कर आतंकवाद” में शामिल होने का भी आरोप लगाया. विपक्षी दल ने यह उम्मीद जताई कि निर्वाचन आयोग चुनावों के दौरान ”पूर्ण निष्पक्षता और तटस्थता” बनाए रखेगा और लोगों की अपेक्षा के अनुरूप अपने संवैधानिक कर्तव्यों पर खरा उतरेगा.

रमेश ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि भाजपा ने चुनावी बॉण्ड के माध्यम से लगभग 6,900 करोड़ रुपये कमाए, जबकि कांग्रेस को 1300 करोड़ रुपये से अधिक के बॉण्ड मिले. उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 में शुरू की गई चुनावी बॉण्ड योजना सरकार द्वारा चलाया गया अब तक का ”सबसे बड़ा जबरन वसूली गिरोह” है.

उन्होंने दावा किया कि 2018 में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत नियमों का उल्लंघन करने के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा जिन 19 कंपनियों को ”उच्च जोखिम” के रूप में चिह्नित किया गया था, उन्होंने सामूहिक रूप से 2,717 करोड़ रुपये के चुनावी बॉण्ड खरीदे.

रमेश ने कहा, ”चुनावी बॉण्ड खरीदने वाली इन 19 कंपनी में से 18 कंपनी ”उच्च जोखिम” वाली कंपनी की बाद में जारी वार्षिक सूची में शामिल नहीं थी. क्या उन्हें सत्तारूढ. पार्टी के खजाने में योगदान देने के कारण सूची से हटा दिया गया?” उन्होंने गृह मंत्री के इस तर्क को खारिज कर दिया कि कांग्रेस को भी चंदा मिला था. उन्होंने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या आयकर विभाग कांग्रेस के नियंत्रण में नहीं हैं और न ही उसके पास बंदरगाहों, राजमार्गों एवं बिजली परियोजनाओं जैसे बड़े अनुबंध देने का अधिकार है.

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”प्रधानमंत्री ने विदेशों से काला धन वापस लाकर प्रत्येक भारतीय के खाते में 15-15 लाख रुपए जमा करने का वादा किया था लेकिन ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री ने इसके बदले पूरी राशि भाजपा के खातों में जमा करने की साजिश रची है.” उन्होंने आरोप लगाया कि बड़ी कंपनियों को बाद में बड़े अनुबंध पाने के बदले भाजपा को भारी चंदा देने के लिए मजबूर किया गया, जबकि ईडी, आयकर और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों को कई कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ढील देकर उन कंपनियों को चंदा देने के लिए ”बाध्य” किया गया.

उन्होंने हैदराबाद स्थित अरबिंदो फार्मास्यूटिकल्स का उदाहरण देते हुए दावा किया कि उसने अपने खिलाफ ईडी की जांच के बाद चुनावी बॉण्ड खरीदे. रमेश ने दावा किया कि कई मुखौटा कंपनियों ने अपनी कुल संपत्ति से कहीं अधिक मूल्य के चुनावी बॉण्ड खरीदे हैं.

उन्होंने कहा, ” 2018 के बाद से कम से कम 43 कंपनियों (जो 2018 में या उसके बाद बनीं) ने अपनी स्थापना के कुछ ही महीनों के भीतर चुनावी बॉण्ड खरीदे. इन सभी ने कुल मिलाकर 384.5 करोड़ रुपए का चंदा दिया. इनमें से अधिकांश संभावित रूप से फर्जी कंपनियां हैं, जिनकी स्थापना चुनावी बॉण्ड योजना के तहत चंदा देने या ऐसे ही अन्य गुप्त सौदे के उद्देश्य से की गई है.” रमेश ने कहा कि आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस के खातों पर रोक लगाए जाने के खिलाफ वे जल्द ही उच्चतम न्यायालय जाएंगे और उन्होंने पार्टी को राहत मिलने की उम्मीद जताई.

उन्होंने कहा, ”हमें वित्तीय रूप से नि्क्रिरय कर दिया गया है. यह कर आतंकवाद या कांग्रेस के खिलाफ र्सिजकल स्ट्राइक के अलावा कुछ नहीं है.” लंबे चुनाव कार्यक्रम पर कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ”प्रधानमंत्री को हर जगह प्रचार करने की सुविधा देने” के लिए ऐसा किया गया है.

चुनावी बॉण्ड भाजपा का ‘सफेदपोश भ्रष्टाचार’ है : स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को चुनावी बॉण्ड को सत्तारूढ. भाजपा का ”सफेदपोश भ्रष्टाचार” बताया और कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ केंद्र में एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनाएगा. मुंबई के शिवाजी पार्क में हुई ‘इंडिया’ गठबंधन की रैली में स्टालिन पहले वक्ता थे.

उन्होंने दावा किया, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में केवल दो काम किए हैं – विदेश यात्राएं और दुष्प्रचार. हमें इसे रोकना होगा.” द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख ने कहा कि चूंकि विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस) रखा है, इसलिए भाजपा ने ‘इंडिया’ शब्द का इस्तेमाल बंद कर दिया है.

स्टालिन ने कहा, ह्लयह डर है. प्रधानमंत्री मोदी ने हमें भ्रष्ट कहकर बदनाम करना शुरू कर दिया है, लेकिन चुनावी बॉण्ड ने साबित कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्ट है. यह भाजपा का सफेदपोश भ्रष्टाचार है.” उन्होंने कहा कि भारत के लिए भाजपा से बड़ा कोई खतरा नहीं है. स्टालिन ने कहा, ”हमें भाजपा को हराना है. कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा दिल्ली में सत्ता हासिल करके समाप्त होनी चाहिए.” उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन केंद्र में एक धर्मनिरपेक्ष, संघीय और समावेशी सरकार बनाएगा.

चुनावी बॉण्ड का मतलब ‘कुछ लेने के बदले कुछ देना’ है: रेड्डी

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को कहा कि चुनावी बॉण्ड कुछ और नहीं बल्कि ‘कुछ लेने के बदले कुछ देना’ है. रेड्डी ने एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उनका शासन “निजाम के शासन” जैसा था.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ”ये (चुनावी बॉण्ड) सत्ता में बैठे लोगों और ठेकेदारों के बीच ‘कुछ लेने के बदले कुछ देने’ के अलावा और कुछ नहीं हैं. जो लोग सत्ता में हैं वे कुछ ठेके दे रहे हैं और वे इसके बदले चुनावी बॉण्ड दे रहे हैं.” भारत निर्वाचन आयोग ने चुनावी बॉण्ड पर उच्चतम न्यायालय की रजिस्ट्री से डिजीटल रूप में प्राप्त डेटा को रविवार को अपनी वेबसाइट पर ‘अपलोड’ किया.
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी एकसाथ चुनाव के विचार का विरोध करती है और अगर वह आगामी आम चुनाव में सत्ता में आती है, तो वह इस मुद्दे पर फिर से विचार करेगी और फैसला करेगी. रेड्डी ने कहा कि आगामी चुनाव तेलंगाना में कांग्रेस सरकार के शासन पर एक जनमत संग्रह है और वह अधिक सीट पर जीत दर्ज करने की जिम्मेदारी लेंगे.

Related Articles

Back to top button