कांग्रेस का महाधिवेशन शुरू, संचालन समिति की बैठक में होगा कार्यसमिति के चुनाव पर फैसला

रायपुर: कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू हो गया जिसके पहले दिन पार्टी की संचालन समिति कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के आधे सदस्यों के चुनाव के संदर्भ में फैसला करेगी। संचालन समिति की बैठक आज सुबह शुरू हुई और इसके साथ ही महाधिवेशन का आगाज हुआ। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा अभी नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में उनके संचालन समिति की बैठक में शामिल होने की संभावना नहीं है।

सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज शाम अधिवेशन में भाग ले सकते हैं। पार्टी के इस 85वें महाधिवेशन के पहले दिन ही कांग्रेस की विषय संबंधी समिति राजनीति, अर्थव्यस्था, अंतरराष्ट्रीय मामलों, कृषि, सामाजिक न्याय एवं युवा एवं शिक्षा पर प्रस्तावों पर विचार करेगी।

महाधिवेशन शुरू होने से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि अगर संचालन समिति 24 फरवरी को अपनी बैठक में कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव कराने का फैसला करती है तो चुनाव कराया जाएगा और इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

उन्होंने कहा था कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां अध्यक्ष पद का भी चुनाव हुआ है, जबकि किसी दूसरी पार्टी के संगठन के पदों के लिए चुनाव नहीं होता। कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से यह टिप्पणी उस वक्त की जब कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा था कि सीडब्ल्यूसी के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए और पार्टी की इस शीर्ष नीति निर्धारक इकाई में नौजवानों को मौका मिलना चाहिए।

पार्टी के संविधान के अनुसार, सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 सदस्यों का चुनाव होता है और 11 सदस्यों को पार्टी अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल का नेता सीडब्ल्यूसी का स्वत: सदस्य होता है।
रमेश ने महाधिवेशन के कार्यक्रम का ब्योरा देते हुए कहा, ‘‘25 फरवरी को राजनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा होगी तथा 26 फरवरी को कृषि, सामाजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा मामलों के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। 26 फरवरी को दो बजे कांग्रेस अध्यक्ष का भाषण होगा तथा चार बजे जनसभा होगी।’’

कांग्रेस इस महाधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में अपना रुख स्पष्ट करेगी।
इस महाधिवेशन में कांग्रेस ने करीब 15000 लोगों को आंमत्रित किया है, जिनमें डेलीगेट (प्रतिनिधि) होंगे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विशेष डेलीगेट होंगे। कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करने वाले सभी ‘भारत यात्री’ और पार्टी के अग्रिम संगठनों और विभागों के पदाधिकारी विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।

कांग्रेस के मुताबिक, महाधिवेशन में 1338 निर्वाचित एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य होंगे, 487 सहयोजित (को-आॅप्टेड) एआईसीसी सदस्य होंगे, 9915 निर्वाचित पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) सदस्य होंगे तथा करीब 3000 सहयोजित (को-आॅप्टेड) पीसीसी सदस्य होंगे।

‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर मिली प्रतिक्रिया से उत्साहित कांग्रेस ने इस पूर्ण अधिवेशन का टैगलाइन ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ रखा है।
इस महाधिवेशन में भाग ले रहे एआईसीसी सदस्यों में सामान्य श्रेणी से 704, अल्पसंख्यक समुदाय से 228, ओबीसी समुदाय से 381, अनुसूचित जाति से 192, अनुसूचित जनजाति से 133, महिलाएं 235 और 50 साल से कम उम्र के 501 लोग होंगे।
मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी का महाधिवेशन हो रहा है। कांग्रेस का पिछला महाधिवेशन 2018 में दिल्ली में हुआ था।

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