कांग्रेस ने हिमंत विश्व शर्मा को पहचान दी, इसलिए वह हमेशा इसके बारे में सोचते हैं: जयराम रमेश

जोरहाट/कोहिमा. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को पहचान दी, इसीलिए वह ”हर समय” इसके बारे में सोचते हैं. रमेश ने असम के जोरहाट में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ”अवसरवादी” नेताओं के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने से कांग्रेस नए और मजबूत तरीके से अपनी पैठ बढ.ा रही है.

रमेश ने कहा, ”मुख्यमंत्री (शर्मा) को कांग्रेस ने पहचान दी. वह तरुण गोगोई के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान 15 साल तक मंत्री रहे. बाद में, उन्होंने कांग्रेस को धोखा दिया और भाजपा में शामिल हो गए. मैंने उनके जैसा धोखेबाज कभी नहीं देखा.” कांग्रेस नेता ने कहा कि गोगोई की वजह से शर्मा को शोहरत मिली अन्यथा वह गुमनामी में खो जाते.

लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर रमेश ने कहा, ”’इंडिया’ गठबंधन को 272 से अधिक सीटों का स्पष्ट बहुमत मिलेगा. मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है.” कोहिमा में, रमेश ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार अंग्रेजों की ‘फूट डालो और राज करो’ की चाल को कायम रखने के अलावा ‘धोखा दो और राज करो’ की नीति अपना रही है. रमेश ने नगालैंड की राजधानी कोहिमा में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगा राजनीतिक मुद्दे को हल करने के बारे में नगालैंड के लोगों से कई वादे किए लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में लोगों को इस भाजपा नीत सरकार से आजादी चाहिए.

रमेश ने कहा, ”अंग्रेजों ने फूट डालो और राज करो की नीति पर चलकर भारत पर 200 वर्षों तक शासन किया. पिछले 10 वर्षों से, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार न केवल बांटो और राज करो की नीति का पालन कर रही है, बल्कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि झांसा दो और राज करो की नीति पर चल रही है.” उन्होंने कहा कि केंद्र ने 2015 में एनएससीएन-आईएम के साथ एक प्रारूप समझौते पर हस्ताक्षर किए और ”मोदी ने इसे मील का पत्थर करार दिया.” कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2017 में सात संगठनों वाले नगा नेशनल पॉलिटिकल ग्रुप्स (एनएनपीजी) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने कहा कि मोदी ने एक अलग राज्य की मांग पर पूर्वी नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीजी) से वादे किए थे.

रमेश ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा, ”हर बार जब मोदी वादे करते हैं, तो वह कहते हैं कि यह मील का पत्थर हैङ्घलोगों को विभिन्न समझौतों और वादों का विवरण नहीं पता है. लेकिन हम सभी जानते हैं कि लोगों को मोदी ने धोखा दिया.” उन्होंने कहा, ”नगालैंड के लोगों और देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा आजादी है. 1947 में हमें फूट डालो और राज करो से आजादी मिली, जबकि 2024 में हमें धोखा दो और राज करो से आजादी चाहिए.” कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा शासित मणिपुर 11 महीने से जल रहा है जहां लोगों को उनके धर्म और जातीयता के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है.

मणिपुर में पिछले साल मई से मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष में कम से कम 219 लोगों की मौत हुई है. रमेश ने आशंका जताई कि मणिपुर में हिंसा की जो शुरुआत हुई उसकी लपटें अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में फैलकर ”क्षेत्र की विविधता को नष्ट” कर देगी. उन्होंने दावा किया, ”भाजपा ने मेइती, कुकी और नगा समुदाय को धोखा दिया और वर्तमान स्थिति उसकी धोखा दो और राज करो की नीति का परिणाम है…मणिपुर पूर्वोत्तर के लोगों के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए.”

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