कांग्रेस को प्रधानमंत्री, सत्तारूढ़ पार्टी को अपशब्द कहने के बजाय आयकर नियमों का पालन करना चाहिए: भाजपा

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस के उस दावे को झूठा बताकर खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि सरकार ने 2018-19 के आयकर रिटर्न को आधार बनाकर उसके कई बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी है. पार्टी ने साथ ही आरोप लगाया कि चुनावों में कांग्रेस की हार जितनी अधिक होती है, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सत्तारूढ़ पार्टी के लिए ‘गालियां’ देने में उतनी ही आक्रामक हो जाती है.

एक आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण ने बाद में कांग्रेस को अगले सप्ताह आगे की सुनवाई लंबित रहने तक अपने खातों को संचालित करने की अनुमति दी. भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि आयकर विभाग की कार्रवाई एक नियमित प्रक्रिया है क्योंकि कांग्रेस ने कर दाखिल करने या अपील के संबंध में नियमों का पालन करने में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया है.

उन्होंने कहा, “भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. यह एक नियमित आई-टी प्रक्रिया है. हम कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ की निंदा करते हैं.” कांग्रेस के यह कहने के तुरंत बाद कि उसके खातों पर रोक लगा दी गई है, इसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में सरकार पर निशाना साधा.

राहुल गांधी ने कहा, ”डरो मत मोदी जी, कांग्रेस धन की ताकत का नहीं, जन की ताकत का नाम है. हम तानाशाही के सामने न कभी झुके हैं, न झुकेंगे. भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर कांग्रेस कार्यकर्ता जी जान से लड़ेगा.” प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर लोगों ने कांग्रेस को वोट नहीं देने का मन बना लिया है तो विपक्ष को भाजपा या मोदी को दोष नहीं देना चाहिए.

उन्होंने कहा, ”क्या कांग्रेस के पास मोदी और भाजपा के लिए गालियों के अलावा कुछ नहीं बचा है. यह पूरी तरह से हताशा का संकेत है. वे जितना पराजित होते हैं, वे उतने ही आक्रामक होते जाते हैं और मोदी एवं भाजपा को गालियां देते हैं.” प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस आयकर की कार्यवाही आगे बढ़ाने में सबसे अधिक लापरवाही बरत रही है.

उन्होंने कहा, “एक विशेष कर लगाया जाता है और आप उसका भुगतान नहीं करते हैं. आप रोक के लिए प्रयास करते हैं लेकिन उसकी प्रक्रिया का पालन नहीं करते हैं. यदि आप आईटी कानूनों की प्रक्रिया का पालन नहीं करते हैं, तो परिणाम भुगतना पड़ता है. यह एक साधारण मामला है.” उन्होंने कहा कि चूंकि पार्टी को अब कुछ राहत मिली है, इसलिए उसे प्रक्रिया का पालन करना चाहिए.

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