कांग्रेस का एजेंडा दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना है : नड्डा

सूरजपुर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस का एजेंडा दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना है. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर वोट बैंक, धर्म और जाति की राजनीति करने का भी आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश में राजनीति की ”परिभाषा और संस्कृति” को बदल दिया है.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ”कांग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण करने के लिए दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है. यह उनका एजेंडा और उद्देश्य है.” नड्डा ने दावा किया, ”(पूर्व प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है. क्या आप ऐसी सरकार चाहते हैं? क्या आप उन्हें सबक सिखाएंगे?” उन्होंने कहा, ”भीम राव अंबेडकर ने कहा था और यह संविधान में लिखा है कि आरक्षण धर्म पर आधारित नहीं होगा. इसका उद्देश्य सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना और सामाजिक व्यवस्था की रक्षा करना है, लेकिन कांग्रेस आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का कोटा छीनकर मुसलमानों को देने की कोशिश कर रही है.”

नड्डा ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी कभी भी दलितों, आदिवासियों और ओबीसी का आरक्षण किसी को छीनने नहीं देंगे.” कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ”10 साल पहले, देश में वोट बैंक, धर्म और जाति की राजनीति होती थी लेकिन मोदी जी ने राजनीति की परिभाषा और संस्कृति को बदल दिया. यह मतदान सिर्फ एक सांसद चुनने के लिए नहीं है बल्कि ‘विकसित भारत’ के संकल्प को पूरा करने के लिए है.” नड्डा ने कहा, ”मोदी जी ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के मंत्र के साथ काम किया.” उन्होंने कांग्रेस पर भगवान राम और सनातन विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा वह देश विरोधी लोगों के साथ खड़ी है.

नड्डा ने कहा, ”संप्रग शासन के दौरान जब सोनिया गांधी संप्रग अध्यक्ष थीं, तब उन्होंने अदालत में एक हलफनामा दिया था कि भगवान राम काल्पनिक हैं और उनका कोई ऐतिहासिक और वैज्ञानिक आधार नहीं है. कपिल सिब्बल (तत्कालीन कांग्रेस नेता और वकील) ने अदालत से कहा था कि राम जन्म भूमि फैसले को स्थगित कर दिया जाए, अन्यथा इस मामले में फैसले का लाभ भाजपा को मिलेगा. उन्होंने (राम मंदिर निर्माण में) बाधा डालने का काम किया.”

भाजपा नेता ने कहा, ”राम हमारे लिए चुनाव का विषय नहीं बल्कि आस्था, जीवन और संस्कृति का विषय हैं. उन्होंने (कांग्रेस) भगवान राम पर भी राजनीति की.” नड्डा ने कहा, ”वे सनातन विरोधी हैं. कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी और द्रमुक नेता स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन को डेंगू और मलेरिया बताते हैं. एक अन्य द्रमुक नेता ए. राजा ने सनातन को एचआईवी से जोड़ा लेकिन राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका ने (ऐसी टिप्पणियों पर) कुछ नहीं बोला और चुप्पी साधे रहे. क्या इन लोगों को समर्थन मिलना चाहिए?”

उन्होंने आरोप लगाया, ”वे राष्ट्र-विरोधी भी हैं. बेंगलुरु से चुनाव लड़ रहे उनके सांसद डी.के. सुरेश ने कहा है कि कि दक्षिण भारत को एक अलग देश बनाया जाना चाहिए. उस पर खरगे जी कुछ नहीं बोले. हाल ही में कर्नाटक में, जब (कांग्रेस) नेता राज्यसभा के लिए चुने गए, तो (कर्नाटक) विधानसभा में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए. क्या यह राष्ट्र विरोधी नहीं है? क्या ऐसे लोगों को चुना जाना चाहिए?” उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के नेता या तो जेल में हैं या जमानत पर बाहर हैं.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ”क्या ममता बनर्जी के मंत्री जेल में नहीं हैं? क्या द्रमुक के मंत्री जेल में नहीं हैं? क्या अरविंद केजरीवाल जेल में नहीं हैं? क्या राहुल गांधी, सोनिया गांधी, संजय सिंह और लालू प्रसाद यादव जमानत पर नहीं हैं.” नड्डा सरगुजा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार चिंतामणि महाराज के लिए प्रचार कर रहे थे, जहां सात मई को मतदान होगा.

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