दिल्ली का रोशनआरा क्लब: क्रिकेट से लेकर ‘गांधी’ तक

नयी दिल्ली: दिल्ली में एक सदी पुराना रोशनआरा क्लब भारतीय क्रिकेट को लेकर अपनी पहचान बनाने के अलावा, विश्व सिनेमा के इतिहास में भी अपना विशेष स्थान रखता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन पर बनी रिचर्ड एटनबरो की र्चिचत फिल्म ‘गांधी’ में रोशनआरा क्लब में क्रिकेट का एक दृश्य फिल्माया गया था।

कई आॅस्कर पुरस्कार जीतने वाली एटनबरो की 1982 की फिल्म ‘गांधी’ का जादू इसके रिलीज के 40 साल से अधिक समय बाद भी दर्शकों पर बरकरार है। महात्मा गांधी के जीवन पर बनी ‘गांधी’ की शूंिटग दिल्ली, मुंबई, पुणे और पटना जैसे शहरों के अलावा भारत के विभिन्न स्थानों पर हुई थी।

एटनबरो ने दिल्ली में 1948 में गांधी की हत्या और अंतिम संस्कार मार्च सहित प्रमुख घटनाओं के फिल्मांकन के लिए यथासंभव मूल स्थानों, जैसे बिड़ला हाउस, राष्ट्रपति भवन (पहले वायसराय हाउस) और राजपथ (अब कर्तव्य पथ) का उपयोग किया।

रोशनआरा क्लब में, एक क्रिकेट मैच का दृश्य फिल्माया गया था, इसके हरे-भरे मैदान और ब्रिटिश-युग के मंडप ने फिल्म के इस दृश्य को और अधिक प्रामाणिक और सजीव बना दिया था। ‘गांधी’ फिल्म का यह दृश्य 20वीं सदी की शुरुआत में हुए घटनाक्रम से संबंधित था जब गांधी ने बिहार का दौरा किया था, विशेष रूप से चंपारण जिले का, जो बाद में उनकी ‘कर्मभूमि’ भी रही। महात्मा गांधी ने नील की खेती करने वाले किसानों के अधिकारों की आवाज उठाने के लिए चंपारण सत्याग्रह किया था।

फिल्म के इस दृश्य में, क्रिकेट मैच को एक कार के आगमन से बाधित होते देखा जा सकता है, जिसमें दो पुलिसकर्मी सवार थे और उनमें से एक क्लब के मेहमानों को मोतिहारी में कुछ गड़बड़ी के बारे में सूचित करता है।
मोतिहारी, चंपारण का तत्कालीन जिला मुख्यालय और किसानों के लिए गांधीजी के आंदोलन का केंद्र था।

उत्तरी दिल्ली में इस ऐतिहासिक रोशनआरा क्लब की स्थापना 15 अगस्त, 1922 को हुई थी और और पिछले साल इसकी स्थापना के 100 साल पूरे हुए। हालांकि, एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत 29 सितंबर को इस प्रसिद्ध क्लब को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा सील कर दिया गया। डीडीए ने इस विशाल संपत्ति को अपने कब्जे में भी ले लिया।

डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक यह कार्रवाई 29 सितंबर को तड़के की गई और डीडीए द्वारा क्लब को खाली करने का नोटिस दिए जाने के लगभग छह महीने बाद की गई। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पट्टा संबंधी मामले को लेकर हुई है।

प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे चरागाहों और औपनिवेशिक युग के आकर्षण से संपन्न, उत्तरी दिल्ली में स्थित रोशनआरा क्लब, देश के सबसे प्रतिष्ठित क्लबों में से एक बनकर उभरा है। करीब 22 एकड़ में फैला यह क्लब भारत के प्रमुख क्लबों में से एक है।

रोशनआरा क्लब के महासचिव और दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने अधिकारियों से क्लब की ऐतिहासिकता को देखते हुए पट्टे की अवधि बढ़ाने की अपील की है।
राजन मनचंदा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ यह एक ऐतिहासिक क्लब है, जहां लाला अमरनाथ, नवाब पटौदी, बिशन ंिसह बेदी और यहां तक कि कई मौजूदा खिलाड़ियों जैसे क्रिकेट दिग्गज मैदान में उतरे हैं। इसने कई अंतरराष्ट्रीय मैचों और रणजी ट्रॉफी मैचों की मेजबानी भी की है।’’

डीडीए ने 29 सितंबर को एक बयान में कहा कि रोशनआरा क्लब लिमिटेड को ब्रिटिश काल के दौरान काउंसिल में भारत के राज्य सचिव द्वारा 30 वर्षों के लिए वार्षिक किराए के आधार पर दो प्रीमियम मुक्त पट्टे दिए गए थे, जिसे 30-30 वर्षों की दो और अवधियों के लिए, यानी अधिकतम 90 वर्षों तक बढ़ाया जा सकता था।

डीडीए ने कहा, ‘‘ पहला पट्टा 01.09.1922 को शुरू हुआ जबकि दूसरा 01.01.1928 को शुरू हुआ। क्लब को पट्टे पर दिया गया कुल क्षेत्रफल 23.29 एकड़ था। लीज डीड में 90 वर्ष से अधिक नवीनीकरण या विस्तार का कोई प्रावधान नहीं था। इस प्रकार, दोनों पट्टे क्रमश? 31.08.2012 और 31.12.2017 को समाप्त हो गए थे।’’

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