ईडी ने पनामा पेपर्स में नामित व्यक्ति के खिलाफ अघोषित संपत्ति के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया

नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने विदेश में कथित तौर पर अघोषित संपत्ति रखने के मामले में उस व्यक्ति के खिलाफ धन शोधन निवारण कानून के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है, जिसका नाम पनामा पेपर्स लीक में आया था।

ईडी के अनुसार, संजय विजय ंिशदे, उनकी पत्नी अपर्णा और ‘वीनस बे आॅफशोर लिमिटेड’ नामक कंपनी के खिलाफ अभियोजन शिकायत 18 अक्टूबर को भोपाल में विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष दायर की गई थी और अदालत ने शुक्रवार को आरोप पत्र पर संज्ञान लिया।

ंिशदे के खिलाफ धनशोधन का मामला आयकर विभाग के उस आरोप पत्र से सामने आया जो पहले काले धन विरोधी कानून के तहत दायर किया गया था। आयकर विभाग ने पनामा पेपर्स लीक की जांच के तहत उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की थी।

वांिशगटन के ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम आॅफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आईसीआईजे) द्वारा 2016 में पनामा की कानूनी कंपनी मोसैक फोंसेका के रिकॉर्ड की छानबीन को ‘पनामा पेपर्स’ नाम दिया गया था, जिसमें कई नेताओं और मशहूर हस्तियों के नाम शामिल थे, जिन्होंने कथित तौर पर विदेशों में धन छुपाया था।

उनमें से कुछ के पास वैध विदेशी खाते होने की बात कही गई थी। पनापा पेपर्स में भारत से जुड़े कुल 426 मामले थे। ईडी ने कहा कि ंिशदे ने ‘टैक्स हेवन’ ब्रिटिश र्विजन आइलैंड्स (बीवीआई) में वीनस बे आॅफशोर लिमिटेड के नाम से एक कंपनी स्थापित की।

उसने बताया, ‘‘उन्हें यूबीएस-एजी बैंक, ंिसगापुर में रखे गए उक्त कंपनी के बैंक खातों में 21.87 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई।’’ ईडी का दावा है कि आरोपी उक्त कंपनी का एकमात्र निदेशक, शेयरधारक और लाभकारी मालिक था।

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