संविधान बदलने के प्रयास किए जा रहे : कांग्रेस अध्यक्ष खरगे
बेंगलुरु. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को दावा किया कि संविधान को बदलने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने लोगों को चेताया कि अगर वे आगामी लोकसभा चुनाव में मजबूती से और एकजुट होकर खड़े नहीं हुए तो भारत में ”निश्चित रूप से तानाशाही होगी.” वह यहां ‘संविधान एवं राष्ट्रीय एकता सम्मेलन-2024’ के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे.
खरगे ने दावा किया, ”कई लोग संविधान को मिटाने या बदलने की कोशिश कर रहे हैं. यदि आप आगामी चुनाव में मजबूत और एकजुट नहीं होते हैं और यदि संविधान प्रभावित होता है, तो यह निश्चित है कि आने वाले दिनों में इस देश में तानाशाही होगी. क्या आप तानाशाही चाहते हैं या न्याय के साथ जीवन जीना चाहते हैं, यह (तय करना) महत्वपूर्ण है.”
उन्होंने कहा, ”अगर संविधान बचेगा, तो इस देश की एकता बचेगी. अगर लोकतंत्र बचा रहेगा, तो हर कोई समृद्धि के साथ रह सकता है. लेकिन, आज केंद्र में ऐसी सरकार नहीं है जो या तो संविधान की रक्षा करती हो, या संविधान को ध्यान में रखकर काम करती हो.” कांग्रेस अध्यक्ष ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इसीलिए संविधान की रक्षा करना और उसका पालन करना सबसे महत्वपूर्ण है.
खरगे ने नागरिकों से एक निश्चित विचारधारा थोपने की कोशिश करके उन्हें गुमराह करने के प्रयासों से सावधान रहने का आह्वान किया. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा संविधान को हटाकर नया संविधान बनाने की साजिश की जा रही है. खरगे ने दावा किया, ”(प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी संविधान की रक्षा के बारे में बात करते हैं, लेकिन संविधान के रक्षक (विपक्षी नेताओं पर) ईडी का उपयोग क्यों कर रहे हैं, विपक्ष शासित राज्यों या सरकारों पर नियंत्रण पाने के लिए विपक्षी दलों के विधायकों को क्यों खरीद रहे हैं, जैसा कि कर्नाटक, मणिपुर और गोवा में किया गया है. यह कहां तक संवैधानिक है.”
उन्होंने कहा कि अगर यह ”सनक” जारी रही तो एक दिन ऐसा भी आ सकता है जब इस देश में तानाशाही होगी. खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ”सरकार की गारंटी” या कम से कम ”भाजपा सरकार की गारंटी” कहने के बजाय ”मेरी गारंटी” कहने के आदी हैं. उन्होंने कहा, ”यह आपकी (मोदी) कैसी गारंटी है? यह आपकी नहीं है, जब देश के लोग कर अदा करके पैसा देते हैं….अगर कोई व्यक्ति इस प्रकार कहता है कि मैंने किया, मैंने किया, मैं, मैंने….तो वह एक दिन देश को तानाशाही की ओर ले जाएगा.”