वित्त मंत्री की दिलचस्पी अर्थव्यवस्था से ज्यादा प्लूटो, यूरेनस में: कांग्रेस

नयी दिल्ली. विपक्षी दल कांग्रेस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि वह अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के बजाय यूरेनस और प्लूटो ग्रह में ही अधिक दिलचस्पी दिखा रही हैं. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यहां संवाददाताओं से कहा कि एक दिन पहले वित्त मंत्री मुद्रास्फीति पर काबू पाने की योजना के बारे में देश को बताने के बजाय नासा की तरफ से जारी अंतरिक्ष की नई तस्वीरें ट्वीट करने में ही व्यस्त रहीं.

सीतारमण ने मंगलवार को नासा के नए टेलीस्कोप की खींची हुई अंतरिक्ष की बेहद साफ तस्वीरें रिट्वीट की थीं. इन्हें सुदूर अंतरिक्ष की अब तक की सबसे साफ तस्वीरें बताया जा रहा है. मंगलवार को ही जून के खुदरा मुद्रास्फीति आंकड़े आए जिनके मुताबिक पिछले महीने खुदरा महंगाई मामूली गिरावट के साथ 7.01 प्रतिशत रही है. यह लगातार छठा महीना है जब खुदरा मुद्रास्फीति रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुद्रास्फीति के ऐसे आंकड़े सामने आने के बाद यह उम्मीद थी कि वित्त मंत्री मुद्रास्फीति पर काबू पाने से जुड़ी योजना लेकर आएंगी लेकिन उनकी प्राथमिकता ही कुछ अलग रही. उन्होंने कहा, ‘‘उनकी दिलचस्पी तो बृहस्पति, प्लूटो और यूरेनस ग्रहों में है. दुर्भाग्य की बात है कि हमारी वित्त मंत्री प्लूटो, यूरेनस और बृहस्पति की राह दिखा रही हैं लेकिन हमारी अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने का रास्ता दिखा पाने में वह नाकाम हैं.’’

वल्लभ ने कहा, ‘‘पिछले आठ वर्षों में यह साफ हो चुका है कि भाजपा सरकार की तवज्जो किधर रही है. ध्रुवीकरण और असहिष्णुता अगली कतार में रही हैं जबकि बढ़ती मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और गिरता रुपया जैसे मुद्दे उनके एजेंडे में कहीं नहीं हैं. पिछले 45 वर्षों में देश को सर्वाधिक बेरोजगारी का सामना करना पड़ा है.’’ उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा ‘सात अंक के साथ बर्बादी’ भी लेकर आई है जिसमें खुदरा मुद्रास्फीति 7.01 प्रतिशत, बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत और रुपये में पिछले छह महीनों में डॉलर के मुकाबले सात प्रतिशत तक गिरावट आ चुकी है.

उन्होंने कहा, ‘‘ये आंकड़े ंिचताजनक हैं लेकिन भाजपा सरकार गहरी नींद में है.’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार की घेराबंदी करते हुए कहा, ‘‘इस सरकार ने मुद्रास्फीति से आम आदमी को राहत दिलाने के लिए क्या किया है ? गेंहू के आटे जैसी चीजों पर जीएसटी बढ़ाने से मुद्रास्फीति को बढ़ावा ही मिलेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी सरकार आम आदमी को राहत सिर्फ तभी दे सकती है जब संवेदना निष्ठुरता पर हावी हो. ईडी और सीबीआई राहत लाने वाले तरीके नहीं हैं. भाजपा सरकार जब तक तुच्छ राजनीति से आगे नहीं बढ़ती है और ईडी राजनीति से परे नहीं देखती है, तब तक आम भारतीयों की पीड़ा जारी रहेगी.’’

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