
मुंबई/नयी दिल्ली. क्रिकेट को 2028 में लॉस एंजिलिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में आधिकारिक रूप से सोमवार को शामिल कर लिया गया और इसे वैश्विक खेल बनाने की कवायद में इसे पहले कदम के तौर पर देखा जा रहा है . ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को टी 20 प्रारूप में खेला जाएगा. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने अपने 141वें सत्र में जिन अन्य खेलों को शामिल किये जाने को मंजूरी दी है उनमें स्क्वाश, बेसबॉल/सॉफ्टबॉल, लैक्रोस और फ्लैग फुटबॉल शामिल हैं.
लॉस एंजिलिस-28 आयोजन समिति द्वारा अनुशंसित पांच खेलों को शामिल करने के प्रस्ताव का आईओसी के 99 सदस्यों में से मतदान करने वाले केवल दो सदस्यों ने विरोध किया. कार्यकारी बोर्ड की सिफारिश पर हाथ उठाकर मतदान करने के लिए कहा गया. इसके बाद आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख ने अन्य खेलों के साथ क्रिकेट को भी ओलंपिक में शामिल करने की घोषणा की.
बाख ने कहा, ”मैं आप सभी का ओलंपिक कार्यक्रम में स्वागत करता हूं.” इसके पहले ओलंपिक में केवल एक बार क्रिकेट खेला गया था जब वर्ष 1900 के पेरिस ओलंपिक में इंग्लैंड ने फ्रांस को हरा दिया था. भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता के मद्देनजर बीसीसीआई ने क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने के आईसीसी के प्रस्ताव का समर्थन किया . बीसीसीआई ने 2021 में अपना मत बदलकर क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने का समर्थन किया जबकि पहले उसे लग रहा था कि इसकी स्वायत्ता छिन जायेगी .
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा ,” ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किये जाने से खेल के लिये नये आयाम खुलेंगे और नये वैश्विक बाजार में नयी संभावनायें पैदा होंगी .” उन्होंने कहा ,” इससे हमारे खेल के इको सिस्टम पर सकारात्मक असर पड़ेगा . बुनियादी ढांचे का विकास, गहन प्रतिस्पर्धा, अधिकारियों, वॉलिंटियर और कुशल पेशेवरों के लिये भी मौके बनेंगे .” इटली के ओलंपिक चैम्पियन निशानेबाज और लॉस एंजिलिस 28 के खेल निदेशक निकोलो कै्प्रिरयानी ने विराट कोहली की लोकप्रियता का उदाहरण दिया .
उन्होंने कहा ,” हम दुनिया के दूसरे सबसे लोकप्रिय खेल का स्वागत करके रोमांचित हैं जिसके दुनिया में ढाई अरब से अधिक प्रशंसक है . आपमें से कुछ सोच रहे होंगे कि लॉस एंजिलिस में क्यो . अमेरिका में क्रिकेट के प्रसार को लेकर हम प्रतिबद्ध हैं और इस साल मेजर लीग क्रिकेट बेहद सफल रही .”
उन्होंने कहा ,” अगले साल अमेरिका और वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप भी होना है . इसके अलावा युवाओं के लिये खेल को प्रासंगिक बनाये रखने के लिये डिजिटल मौजूदगी जरूरी है और यहां मेरे दोस्त विराट (कोहली) के सोशल मीडिया पर 34 करोड़ से अधिक फॉलोअर हैं . वह सबसे ज्यादा फॉलो किये जाने वाले दुनिया के तीसरे एथलीट है .”
थॉमस बाख ने कहा ,” इन पांचों खेलों का चयन अमेरिका की खेल संस्कृति को ध्यान में रखकर और अंतरराष्ट्रीय खेलों को अमेरिका में लाने के लिये किया गया है .” आईसीसी ने एक बयान में कहा ,” 1900 के बाद पहली बार ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किया गया है . आईसीसी ने एक ऐसा प्रस्ताव बनाने के लिये काफी मेहनत की है जो ओलंपिक मूल्यों के अनुरूप हो और खिलाड़ियों, प्रशंसकों , साझेदारों और स्थानीय लोगों को शानदार अनुभव भी दे सके .”
ओलंपिक से पुराना रिश्ता रहा है क्रिकेट का
क्रिकेट भले ही 128 साल बाद लॉस एंजिल्स में ओलंपिक खेलों में वापसी करेगा लेकिन इस खेल का ओलंपिक से पुराना रिश्ता रहा है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) ने 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले खेलों में क्रिकेट को शामिल करने की मंजूरी दे दी है. यह ओलंपिक इतिहास में दूसरा अवसर होगा जबकि क्रिकेट इन खेलों का हिस्सा बनेगा. इससे पहले पेरिस ओलंपिक 1900 में क्रिकेट ओलंपिक कार्यक्रम का हिस्सा था.
पेरिस ओलंपिक 1900 में क्रिकेट में केवल दो टीमों ने हिस्सा लिया था. ऐसे में इन दोनों टीमों फ्रांस और ग्रेट ब्रिटेन के बीच सीधे फाइनल मैच का आयोजन किया गया था. फ्रांस की टीम में शामिल खिलाड़ियों में एफिल टावर के निर्माण में काम करने वाले मजदूर भी शामिल थे. पेरिस में 1900 में दूसरे ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था जो छह महीने तक चले थे. इसमें क्रिकेट का खेल केवल दो दिन तक चला था जिसमें चार पारियों में 366 रन बने थे.
इस क्रिकेट मैच का आयोजन वेलोड्रोम डी विन्सेनेस के अंदर किया गया था. इस साइकलिंग ट्रैक में बाउंड्री 30 मीटर से भी छोटी थी. इस मैच में अगर 24 खिलाड़ी भाग ले रहे थे तो दर्शकों की संख्या 20 से भी कम थी. आर हॉर्न, एच टेरी, डब्ल्यू एंडरसन, डी रॉबिन्सन, डब्ल्यू ब्राउनिंग सप्ताहांत में क्रिकेट खेला करते थे. उन्होंने फ्रेंच एथलेटिक क्लब यूनियन की स्थापना की थी जिसमें फ्रांस में बसे ब्रिटिश लोग शामिल थे.
अपनी आजीविका के लिए ये खिलाड़ी एफिल टावर के निर्माण कार्य में मजदूरी करते थे. ऐसे में अगर फ्रांस की टीम 184 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 26 रन पर आउट हो गई तो किसी को हैरानी नहीं हुई. उसका कोई भी खिलाड़ी दोहरे अंक में नहीं पहुंचा था. ग्रेट ब्रिटेन ने खेल समाप्त होने से पांच मिनट पहले 158 रन से जीत दर्ज की थी.
इस तरह से ग्रेट ब्रिटेन ने क्रिकेट में स्वर्ण पदक जीता जबकि फ्रांस की टीम को रजत पदक दिया गया. दिलचस्प बात यह है कि क्रिकेट में जीते गए इन पदकों को आधिकारिक मान्यता 1912 में जाकर मिली थी. खिलाड़ियों को पदक मिले थे या नहीं इसका कोई आधिकारिक सबूत नहीं है.
एजे श्नीडाउ और एफ रोक्स खुद को भाग्यशाली मानेंगे कि अल्पसंख्यक होने के बावजूद दोनों को फ्रांस की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. फ्रांस की टीम में इसके अलावा 10 अंग्रेज खिलाड़ी शामिल थे. पहला टेस्ट मैच भले ही 1877 में खेला गया था लेकिन ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के बीच खेले गए ओलंपिक फाइनल में 12-12 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. इसमें 22 खिलाड़ी ब्रिटिश मूल के थे.
इंग्लैंड में तब क्रिकेट समय बिताने के लिए खेला जाता था. ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के चयन का तरीका भी दिलचस्प था. केवल उन्हीं खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया जिन्हें अपने काम से 14 दिन की छुट्टी मिली थी. फ्रांस की टीम में 10 अंग्रेज खिलाड़ी और दो स्थानीय खिलाड़ी शामिल थे. ग्रेट ब्रिटेन के मोंटागु टोलर ने नौ रन देकर सात विकेट लिए और वह इस फाइनल में खेलने वाले उन दो खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेली थी. इस मैच में खेलने वाला अन्य प्रथम श्रेणी क्रिकेटर अल्फ्रेड बोवरमैन था.
ओलंपिक में क्रिकेट: प्रसारण बाजार, बीसीसीआई की भूमिका और आईसीसी की प्रस्तुति ने निभाई अहम भूमिका
अरबों डॉलर के प्रसारण बाजार, खेल के सबसे शक्तिशाली बोर्ड के सकारात्मक रवैये और वैश्विक संस्था की शानदार प्रस्तुति ने क्रिकेट को लॉस एंजेलिस में 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में शामिल करने में अहम भूमिका निभाई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने के लिए पिछले दो वर्षों से अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और लॉस एंजेलिस खेलों की स्थानीय आयोजन समिति के साथ मिलकर काम कर रही थी.
लेकिन इसमें भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है जिसके सकारात्मक रूख का मतलब इसमें प्रसारकों की दिलचस्पी बढ़ना है. आईसीसी बोर्ड के एक वरिष्ठ सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ”बीसीसीआई ने वैश्विक खेल और विशेष रूप से ओलंपिक आंदोलन का हिस्सा बनने से लाभ में रहने वाले सहयोगियों के महत्व को समझते हुए शुरू से इसका समर्थन किया. इसके बाद बीसीसीआई सचिव जय (शाह) कार्य समूह में शामिल हो गए और उन्होंने हर चीज का समर्थन किया.” आईओसी और ओलंपिक खेल 2028 की स्थानीय आयोजन समिति के सामने आईसीसी ने जो प्रस्तुति दी वह मुख्य रूप से तीन सिद्धांतों सार्वभौमिकता, लोकप्रियता और विरासत पर आधारित थी.
सार्वभौमिकता का मतलब है क्रिकेट की अपील और ओलंपिक आंदोलन में उससे मिलने वाला सहयोग. आईसीसी ने इस पर जोर दिया कि भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है जिसका टीवी और डिजिटल मार्केट व्यापक है. भारत से मिलने वाले प्रसारण राजस्व से आईओसी और स्थानीय आयोजन समिति दोनों को ही फायदा होगा.
लोकप्रियता सबसे महत्वपूर्ण पहलू है और क्रिकेट दुनिया का दूसरा सबसे लोकप्रिय खेल है जिसकी बहुत ज्यादा व्यावसायिक अपील है. जब दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनेंगे तो इससे खेलों को ही लाभ होगा. क्रिकेट के लिए अमेरिका जैसे नए बाजार में एक विरासत तैयार करना चुनौती पूर्ण होगा लेकिन यह देश अगले साल टी20 विश्व कप की मेजबानी करेगा और चीज कैसे आगे बढ़ेंगी इसका अंदाजा इस टूर्नामेंट से लगाया जा सकता है.