बरेली में मौलाना तौकीर रजा की गिरफ़्तारी के बाद पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की

जमात-ए-इस्लामी हिंद ने मौलाना तौकीर रज़ा की गिरफ्तारी की निंदा की

बरेली/कानपुर/नयी दिल्ली/भदोही. बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसक झड़क के सिलसिले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा और अन्य की गिरफ्तारी के बाद रविवार को यहां सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है और भारी पुलिस बल गश्त कर रहा है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.

अधिकारियों ने बताया कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख रजा और सात अन्य आरोपियों की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद, पड़ोसी जिलों, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहाँपुर, मुरादाबाद, बदायूं, संभल, बिजनौर, अमरोहा और फतेहगढ़ में रविवार से पुलिस प्रशासन ने सतर्कता और बढ़ा दी है. इन जिलों में मौलाना तौकीर रजा के कथित तौर पर बड़ी संख्या में समर्थक हैं. अधिकारियों ने बताया कि बरेली में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, जहां 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और अति संवेदनशील दरगाह-ए-आला हजरत के आसपास के इलाके को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं.

बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रमित शर्मा, मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी, डीआईजी अजय साहनी, जिलाधिकारी अविनाश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक (सिटी) मानुष पारीक और एसपी (साउथ) अंशिका वर्मा सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए अति संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया. अधिकारियों ने बताया कि झड़पों में शामिल दंगाइयों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष पुलिस टीम अभियान चला रही हैं.

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीक ने पथराव और गोलीबारी में शामिल लोगों की गिरफ़्तारी अभियान का नेतृत्व किया. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से कड़ी पूछताछ कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन फिलहाल सभी संभावित परिस्थितियों पर पूरी नज.र बनाए हुए है.

अधिकारियों ने बताया कि यह व्यापक कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उस कड़ी चेतावनी के बाद की गई है जिसमें उन्होंने कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा भड़काने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. अधिकारियों ने बताया कि रजा और अन्य सात सह-आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. बाद में रजा को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया.

जमात-ए-इस्लामी हिंद ने मौलाना तौकीर रज़ा की गिरफ्तारी की निंदा की

‘आई लव मुहम्मद’ अभियान को लेकर उपजे विवाद के बीच, प्रमुख मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद ने बरेली में मौलाना तौकीर रज़ा खान और अन्य की गिरफ्तारी की रविवार को निंदा की और राजनीतिक मकसद के लिए सरकारी मशीनरी के “दुरुपयोग” का आरोप लगाया. संगठन ने यह भी दावा किया कि कानून व्यवस्था की चुनौतियों को “सांप्रदायिक ध्रुवीकरण” के अवसरों में बदला जा रहा है. जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने बरेली में मौलाना खान और अन्य की “अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी” की कड़ी निंदा की.

एक बयान में हुसैनी ने कहा, “बरेली में मौलाना तौकीर रज़ा खान सहित कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी गंभीर चिंता का विषय है और यह दर्शाता है कि सांप्रदायिक राजनीति और घृणा से प्रेरित शासन हमारे देश को किस दिशा में ले जा रहे हैं.” जमात प्रमुख ने कहा कि जो बात श्रद्धा की अभिव्यक्ति “आई लव मुहम्मद” के नारे से शुरू हुई थी, उसे निंदनीय तरीके से लोक व्यवस्था के लिए खतरा बताया जाने लगा. उन्होंने कहा कि प्राथमिकियों और व्यापक सामूहिक गिरफ्तारियों के माध्यम से आस्था की शांतिपूर्ण अभिपुष्टि को आपराधिक बनाना न केवल अनुचित है, बल्कि यह भारत के सभ्यतागत लोकाचार पर एक अपमानजनक हमला है. उन्होंने कहा कि सदियों से भारत के लोग एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए मिल-जुलकर रहते आए हैं.

हुसैनी ने कहा, “यह अकल्पनीय है कि भक्ति की ऐसी अभिव्यक्ति समाज को ध्रुवीकृत कर सकती है, बल्कि, यह राजनीतिक शरारत है जिसने इस संकट को जन्म दिया है.” उन्होंने कहा कि रिपोर्टों से पता चलता है कि मौलाना खान को शुरू में नजरबंद कर किया गया था, और उसके बाद, भारतीय न्याय संहिता के सबसे कठोर प्रावधानों के तहत बिना उचित जांच के सैकड़ों मुसलमानों के साथ उनपर प्राथमिकियां दर्ज की गईं.

भदोही में ड्रोन देखे जाने से दहशत, पुलिस ने शांति की अपील की, जांच जारी

भदोही जिले में पिछले दो-तीन दिनों से विभिन्न इलाकों में ड्रोन उड़ने की खबरों ने निवासियों में भय उत्पन्न कर दिया है. पुलिस ने जनता को आश्वस्त किया है कि ऐसी गतिविधि चोरी या निगरानी का संकेत नहीं है. पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने रविवार को बताया कि चौरी थानाक्षेत्र के पचपटिया गांव में शनिवार रात एक खेत में गिरा एक ड्रोन जब्त कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है.

मांगलिक ने कहा, ”ऐसा लगता है कि कुछ शरारती तत्व आम लोगों में अनावश्यक दहशत पैदा करने के लिए अंधेरे की आड़ में ड्रोन उड़ा रहे हैं.” उन्होंने नागरिकों से कानून अपने हाथ में न लेने और ऐसी गतिविधियां दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील की.

पुलिस अधीक्षक ने कहा, ”डर फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.” उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हाल ही में ड्रोन देखे जाने को चोरी और घरों या खेतों की टोह लेने से जोड़ने वाली अफवाहें फैली हैं. लोगों ने कई बार चिंता जताई है कि बदमाश चोरी के लिए ठिकानों की पहचान करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि इनमें से ज्यादातर मामलों में पुलिस की जांच में चोरी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल का कोई सुबूत नहीं मिला है.

कानपुर में नमाज के बाद शांति भंग की कोशिश करने का आरोपी गिरफ्तार

कानपुर के रेल बाजार थाना क्षेत्र में जुमे की नमाज के तुरंत बाद नमाजियों को भड़काऊ ऑडियो क्लिप सुनाकर शांति भंग करने की कोशिश करने के एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी की पहचान जुबैर अहमद खान उर्फ जुबैर गाजी (46) निवासी चंदारी, सुजातगंज के रूप में हुई है.
कानपुर पूर्वी क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि रेलबाजार पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी जुबैर के साथ 20-25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.

प्राथमिकी दर्ज कराने वाले सुजातगंज पुलिस चौकी प्रभारी राज मोहन मिश्रा के मुताबिक उन्होंने जुबैर खान उर्फ जुबैर गाजी को मदार होटल चौराहे के पास भड़काऊ क्लिप दिखाते हुए देखा था, जिसका उद्देश्य लोगों को सरकार और प्रशासन के खिलाफ भड़काना था. पुलिस के अनुसार इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 189(2), (गैरकानूनी जमावड़ा करना) और 192 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि यह घटना अजमेरी मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज. के तुरंत बाद हुई, जिससे कुछ नमाज.यिों में गुस्सा भड़क गया और मौके पर भीड़ जमा हो गई. डीसीपी ने बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए, पुलिस की टीम तुरंत वहां पहुंचीं और उन्होंने लाउडस्पीकर से घोषणाओं के जरिए लोगों से अपील की और भीड़ को नियंत्रण से बाहर होने से पहले ही तितर-बितर कर दिया. उन्होंने कहा, “अगर समय पर कार्रवाई नहीं की जाती तो स्थिति बिगड़ सकती थी.” उन्होंने कहा कि विधिक प्रक्रिया पूरी करके मुख्य आरोपी को जेल भेज दिया गया है, जबकि अन्य की पहचान करके उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.

संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आशुतोष कुमार ने बताया कि पूरे जिले में पुलिस सतर्कता बरत रही है. उन्होंने कहा, “पुलिस जमीनी स्तर और सोशल मीडिया पर नज.र रख रही है. संवेदनशील इलाकों में सादे कपड़ों में स्थानीय अभिसूचना इकाई के जवान सक्रिय हैं.” उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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