सरकार को गिराने की ‘विदेशी साजिश’: न्यायालय से ‘मेमोगेट’ की तरह जांच कराने का आग्रह

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को गिराने के लिए ‘विदेशी साजिश’ की जांच के लिए ‘मेमोगेट’ की तरह एक न्यायिक आयोग का गठन करने के अनुरोध को लेकर बुधवार को उच्चतम न्यायालय का रूख किया. खान ने दावा किया है कि विपक्ष द्वारा नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव उन्हें हटाने के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाली साजिश का हिस्सा है, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार किया है.

पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को कथित ‘‘विदेशी साजिश’’ के बारे में और जानकारी के लिये सरकार से राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के ‘मिनट्स’ (विवरण) मांगे और प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष द्वारा विवादास्पद फैसले के जरिये खारिज करने को लेकर हो रही अहम सुनवाई बृहस्पतिवार तक टाल दी. खान ने अदालत से अनुरोध किया है कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को गिराने के लिए ‘विदेशी साजिश’ की जांच के लिए ‘मेमोगेट’ शैली की तरह एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाये.

‘मेमोगेट’ में अमेरिका में पाकिस्तान के तत्कालीन राजदूत हुसैन हक्कानी शामिल थे, जिन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने मई 2011 में एक उच्च पदस्थ अमेरिकी अधिकारी को बिना हस्ताक्षर वाला एक पत्र लिखा था, जिसमें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार और सेना के बीच गंभीर मनमुटाव को उजागर किया गया था. इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने खान पर अपनी ‘‘अक्षम’’ सरकार को बचाने तथा कुछ और दिनों तक सत्ता में रहने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) का उपयोग करने का आरोप लगाया है.

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