पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, चरण सिंह,कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ ;मोदी ने की घोषणा

नयी दिल्ली. देश में 1990 के दशक में आर्थिक सुधारों की शुरुआत करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव, किसानों के हितों के पैरोकार (पूर्व प्रधानमंत्री) चौधरी चरण सिंह और ‘हरित क्रांति’ के जनक डॉ. एम एस स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (मरणोपरांत) से नवाजा जाएगा. शुक्रवार को यह घोषणा की गई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह घोषणा की. इससे कुछ ही दिन पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भी ‘भारत रत्न’ से नवाजे जाने की घोषणा की थी.

इसके साथ ही, इस साल अब तक पांच व्यक्तियों को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है. इससे पहले वर्ष 1999 में एक बार में चार लोगों को भारत रत्न दिये जाने की घोषणा की गई थी. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन को भारत रत्न से नवाजे जाने के फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वालों की संख्या बढ.कर 53 हो गई है.

इस वर्ष के पांच ‘भारत रत्न’ सम्मान में से चार मरणोपरांत हैं. वहीं, आडवाणी (96) इस साल इस सम्मान के लिए नामित किए जाने वाले एकमात्र जीवित व्यक्ति हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इन तीन विभूतियों(राव, सिंह और स्वामीनाथन) को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा शुक्रवार को ‘एक्स’ पर की और उनके योगदान की सराहना की.

बाद में, राष्ट्रपति भवन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राष्ट्रपति को तीन प्रतिष्ठित व्यक्तियों को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित कर प्रसन्नता हुई है. ‘भारत रत्न’ समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है.

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को सर्मिपत है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन सर्मिपत कर दिया.

उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में, या देश के गृह मंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र-निर्माण को गति प्रदान की. वह आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और आपाताकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है.”

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेता और 1979-80 में प्रधानमंत्री रहे सिंह ऐसे समय में कांग्रेस विरोधी राजनीति के धुरी के रूप में उभरे थे जब देश भर में उसका वर्चस्व था. कांग्रेस नेता राव 1991-96 तक देश के प्रधानमंत्री रहे और उन्हें आर्थिक सुधारों की शुरूआत करने के लिए जाना जाता है जबकि डॉ स्वामीनाथन दुनिया के ख्याति प्राप्त कृषि वैज्ञानिक थे. एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.

उन्होंने कहा, ”एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव ने विभिन्न पदों पर रहते हुए भारत की व्यापक सेवा की. उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद सदस्य और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए भी याद किया जाता है.” मोदी ने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री के रूप में राव का कार्यकाल महत्वपूर्ण कदमों से परिपूर्ण था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोला और इससे आर्थिक विकास के एक नए युग की शुरूआत हुई.” प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान एक नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है.

उन्होंने कहा, ”राव ने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को दिशा दी बल्कि उसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया.” संयुक्त आंध्र प्रदेश में जन्में राव वर्ष 1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य पोस्ट में एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा की.

उन्होंने कहा कि सरकार कृषि और किसान कल्याण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित कर रही है.
मोदी ने कहा, ”उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय में भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि के आधुनिकीकरण की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए.” उन्होंने कहा कि डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि का कायाकल्प किया, बल्कि राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि को भी सुनिश्चित किया.

उन्होंने कहा, ”वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि को महत्व देता था.” उल्लेखनीय है कि 60 और 70 के दशक में उनके नेतृत्व में वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए देश में अनाज उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि हुई थी. स्वामीनाथन का पिछले साल सितंबर महीने में चेन्नई में निधन हो गया था.

चरण सिंह को भारत रत्न से नवाजे जाने की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब पिछले कुछ दिनों से ऐसी अटकलें थी कि राष्ट्रीय लोक दल(रालोद) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो सकता है. प्रधानमंत्री मोदी और अन्य भाजपा नेता भी राव की उपेक्षा को लेकर कांग्रेस की लगातार आलोचना करते रहे हैं. भाजपा अक्सर यह आरोप भी लगाती रही है कि राव नेहरू-गांधी परिवार से नहीं थे, इसलिए कांग्रेस ने उनकी लगातार उपेक्षा की. नेहरू-गांधी परिवार के बाहर से राव ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. प्रधानमंत्री के पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने लिखा, ”दिल जीत लिया!”

जयंत चौधरी, चरण सिंह के पोते हैं. चरण सिंह किसानों की आवाज बुलंद करने वाले प्रखर नेता माने जाते थे. वह 28 जुलाई, 1979 से 14 जनवरी, 1980 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. इससे पहले वह देश के उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री और दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे. भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राव, चौधरी चरण सिंह तथा स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित करने के केंद्र के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोगों के योगदान की सराहना करती है.

कांग्रेस ने राव, सिंह तथा स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ दिए जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह तीनों ‘भारत के रत्न’ थे, हैं और सदैव रहेंगे. कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने राव को ‘भारत रत्न’ दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया.
इस बारे में पूछे जाने पर सोनिया गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ”मैं इसका (घोषणा) स्वागत करती हूं. क्यों नहीं?”

राव की बेटी एवं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से विधानपरिषद सदस्य वाणी देवी ने दलगत भावना से ऊपर उठकर कांग्रेस के दिवंगत नेता को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा कि हालांकि इसमें कुछ देर हुई, लेकिन ठीक है क्योंकि यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. केंद्र सरकार की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा करने के बाद उनकी जन्मस्थली नूरपुर की मढ.ैया में जश्न का माहौल है.

पूर्व प्रधानमंत्री को भारत रत्न दिये जाने की सूचना मिलते ही ग्रामीण झूम उठे और पूरे गांव में ढोल नगाड़ों के साथ मिठाइयां बांटी और गांव में जश्न मनाया गया. उनके परिवार के सदस्यों ने इसके लिये प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया. उधर गांव की महिलाओं ने भी गीत गाते हुए नृत्य किया और मिठाइयां बांटी, पूरे गांव में दीपावली जैसा माहौल है.

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