अगर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा: हेमंत सोरेन ने भाजपा को दी चुनौती

रांची. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर आरोप साबित हो गए तो वह राजनीति छोड़ देंगे. विधानसभा में झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा पेश किए विश्वास प्रस्ताव में भाग लेते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र द्वारा साजिश रचे जाने के बाद राजभवन ने उनकी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभायी.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के एक मामले में पिछले सप्ताह हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. इसके बाद झामुमो के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने दो फरवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. हेमंत सोरेन ने कहा, ”मैं भाजपा को मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं. अगर आरोप साबित हुए तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.” सोरेन अभी ईडी की हिरासत में हैं. उन्हें विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) अदालत ने विश्वास मत में हिस्सा लेने की अनुमति दी है.

हेमंत सोरेन ने कहा, ”31 जनवरी का दिन भारत के इतिहास में एक काला अध्याय है. राजभवन के आदेश पर एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया…भाजपा झारखंड में किसी आदिवासी मुख्यमंत्री को पांच साल का कार्यकाल पूरा करते नहीं देखना चाहती, उन्होंने अपनी सरकारों में ऐसा नहीं होने दिया.”

भाजपा के गैर आदिवासी नेता रघुवर दास के अलावा उसके या झामुमो के 10 अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों में से कोई भी राज्य में पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है. इस राज्य का गठन साल 2000 में हुआ था. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”हालांकि, मैं अब आंसू नहीं बहाऊंगा. मैं उचित समय पर सामंती ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दूंगा.” उन्होंने दावा किया कि आदिवासियों को अपना धर्म छोड़ने के लिए मजबूर किया जाएगा क्योंकि बी आर आंबेडकर को भी बौद्ध धर्म में परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासियों को ”अछूत” समझती है.

हेमंत सोरेन ने कहा, ”देश की मौजूदा सरकार में आदिवासी और दलित सुरक्षित हैं…मैं और ताकत के साथ वापस आऊंगा. विपक्ष के षड्यंत्र को नाकाम किया जाएगा.” उन्होंने कहा कि जब 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ था तो भाजपा ने कहा था कि वह राम राज्य लाएगी. उन्होंने कहा, ”पहले उन्होंने बिहार में और फिर झारखंड में सरकार अस्थिर की.” जब पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा में पहुंचे तो सत्तारूढ़ झामुमो नीत गठबंधन के विधायकों ने ”हेमंत सोरेन जिंदाबाद” जैसे नारों के साथ उनका स्वागत किया.

इससे पहले, चंपई सोरेन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने कहा, ”भाजपा ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित झारखंड सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है.” चंपई ने कहा, ”हेमंत है तो हिम्मत है.” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार हेमंत सोरेन सरकार का ”दूसरा भाग” है. उन्होंने बी आर आंबेडकर के संदर्भ में कहा, ”केंद्र द्वारा ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग करना लोकतंत्र के लिए खतरा है. मैं सभी से संविधान के जनक के रास्ते पर चलकर लोकतंत्र को बचाने का अनुरोध करता हूं.”

Related Articles

Back to top button