पंजाब में नकाबपोशों ने गिरजाघर में की तोड़फोड़, मुख्यमंत्री ने दिया जांच का आदेश

अमृतसर/चंडीगढ़.  पंजाब के तरन तारन जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास एक गांव में चार नकाबपोश व्यक्तियों ने एक गिरजाघर में घुसकर तोड़फोड़ की. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना पत्ती कस्बे के टक्करपुरा गांव में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात हुई. राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना की कड़ी ंिनदा की और मामले की जांच का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि किसी को भी राज्य में भाईचारे और सद्भाव को बाधित नहीं करने दिया जाएगा.

पुलिस ने बताया कि चार नकाबपोश व्यक्ति गिरजाघर में दाखिल हुए, चौकीदार के सिर पर पिस्तौल तानी और उसके हाथ बांधकर तोड़फोड़ की. उन्होंने दो मूर्तियों को तोड़ा, पादरी की कार को आग के हवाले किया और फिर भाग गए. गिरजाघर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों में घटना रिकार्ड हो गई. उन्होंने बताया कि घटना के बाद तरन तारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रंजीत सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में पुलिस का एक दल स्थिति का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंचा. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. ढिल्लों ने कहा कि इस वारदात को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.

थाना प्रभारी (पत्ती सदर) सुखबीर सिंह ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए और 452 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
ईसाइयों के एक समूह ने बुधवार को घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और खेमकरन, भीखींिवड, पत्ती, हरीके व फिरोजपुर की ओर जाने वाले सभी मार्गों को बंद कर दिया गया है. प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

धरना स्थल पर पहुंचे एसएसपी ढिल्लों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एसएसपी ने कहा, “यह कुछ शरारती तत्वों की साजिश है जो राज्य में शांति भंग करना चाहते हैं.” उन्होंने कहा, “हमने स्थिति का जायजा लिया है और मामले की जांच कर रहे हैं. हम जल्द ही उन लोगों को पकड़ लेंगे जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया.”

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को घटना की जांच करने का निर्देश दिया है.उन्होंने कहा, “यह घटना राज्य की शांति, समृद्धि और प्रगति के खिलाफ काम करने वालों की करतूत है.” मान ने कहा कि इसका उद्देश्य राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करना और “सांप्रदायिक सद्भाव व भाईचारे” को पटरी से उतारना है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस तरह के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी. उन्होंने इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सख्त दंडात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया. मान ने कहा, “सरकार इस जघन्य अपराध के अपराधियों को जेल भेजने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.” कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमंिरदर सिंह राजा वंिडग ने भी घटना की ंिनदा की. उन्होंने कहा कि देश और लोगों को विभाजित करने के लिए कुछ शरारती तत्व जानबूझकर ऐसी घटनाओं को अंजाम देने का प्रयास कर रहे हैं.

अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रमुख हरंिजदर सिंह धामी ने एक दिन पहले पंजाब में “कुछ तथाकथित ईसाई मिशनरियों” द्वारा किए जा रहे धर्म परिवर्तन के कथित प्रयासों की ंिनदा थी, जिसके बाद यह घटना हुई है. उन्होंने कुछ निहंग सिखों के खिलाफ प्राथमिकी वापस लेने की भी मांग की, जिनके खिलाफ सोमवार को अमृतसर के ददुआना गांव में ईसाई मिशनरियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को कथित रूप से बाधित करने के लिए मामला दर्ज किया गया था.

Related Articles

Back to top button