ईरान ने अमेरिका के साथ जारी तनाव के बीच हाइपरसोनिक मिसाइल निर्माण का किया दावा
दुबई. ईरान ने दावा किया है कि उसने ध्वनि की गति से 15 गुना तेज गति से जाने में सक्षम एक हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण किया है. ईरान ने यह घोषणा ऐसे वक्त की है जब उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका के साथ देश के संबंध पहले ही तनावपूर्ण हैं. ‘फतह’ नामक मिसाइल का अवलोकन किया गया और ईरान ने कहा कि वह सऊदी अरब में अपना राजनयिक दफ्तर खोलेगा.
ईरान के सरकारी टेलीविजन में एक कार्यक्रम में प्रत्यक्ष तौर पर यह दिखाने की कोशिश की गई कि ईरान की कट्टरपंथी सरकार पश्चिम एशिया में अपने दुश्मनों के खिलाफ हथियार की तैनाती अब भी कर सकती है. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कार्यक्रम में कहा,” आज हमें महसूस हो रहा है कि प्रतिरोध शक्ति पैदा हो गई है. यह ताकत क्षेत्र के देशों के लिए चिर सुरक्षा तथा शांति का आधार है.” ईरान के रेव्ल्यूशनरी गार्ड के एयरोस्पेस कार्यक्रम के प्रमुख जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने मिसाइल के मॉडल का अनावरण किया. उन्होंने दावा किया कि इसकी क्षमता 1,400 किलोमीटर तक की दूरी तय करने की है.
हाजीजादेह ने कहा ,”ऐसी कोई प्रणाली नहीं है जो इस मिसाइल को टक्कर दे सके या इससे मुकबला कर सके.” ईरान के अधिकरियों ने हालांकि न तो फतह के सफल प्रक्षेपण की और न ही लक्ष्य को भेदने की तस्वीरें जारी कीं. हाजीजादेह ने बाद में कहा कि मिसाइल के इंजन का जमीन में परीक्षण किया गया. ईरान ने दावा किया है कि फतह ध्वनि की गति से 15 गुना तेज गति से जाने में सक्षम है. माना जा रहा है कि चीन और अमेरिका दोनों ऐसे हथियार बनाने की दौड में हैं.
नवंबर माह में हाजीजादेह ने दावा किया था कि ईरान ने एक हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण किया है, हालंकि उन्होंने इसके पक्ष में कोई साक्ष्य पेश नहीं किए थे. जनरल की ओर से यह दावा उस वक्त किया गया था जब देश की नैतिकता पुलिस ने 22 वर्षीय महसा अमीनी को गिरफ्तार किया था और उसकी मौत हो गई थी. इस घटना के चलते देश में विरोध प्रदर्शनों की बाढ़ सी आ गई थी और लोगों में काफी गुस्सा था.
गौरतलब है कि हाइपरसोनिक हथियार अपनी तेज गति के कारण मिसाइल रक्षा प्रणाली के समक्ष गंभीर चुनौतियां खड़ी कर सकता है. ईरान ने यह घोषणा तब की है जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सऊदी अरब की यात्रा शुरू करने जा रहे हैं.