जितिन का सिब्बल पर कटाक्ष: ‘प्रसाद’ कैसा है?

नयी दिल्ली/कोच्चि. उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता जितिन प्रसाद ने कपिल सिब्बल के कांग्रेस छोड़ने के बाद उन पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को सवाल किया कि ‘सिब्बल जी प्रसाद कैसा है.’ जितिन प्रसाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कटाक्ष करते हुए सिब्बल के उस प्रहार का जवाब दिया जो उन्होंने पिछले साल जून में प्रसाद के कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में शामिल होने के बाद उन (प्रसाद) पर किया था.

सिब्बल ने पिछले साल 10 जून को प्रसाद पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, ‘‘जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए. सवाल यह है कि क्या उन्हें भाजपा से ‘प्रसाद मिलेगा या सिर्फ उप्र चुनावों के लिए उनको शामिल किया गया है? इस तरह के सौदे में अगर विचारधारा मायने नहीं रखती, पाला बदलना आसान है.’’ सिब्बल के कांग्रेस छोड़ने और समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद जितिन ने उन पर उनके उसी पुराने ट्वीट को लेकर पलटवार किया.

उन्होंने सिब्बल के एक साल पुराने ट्वीट को रिट्वीट करते और ‘राज्यसभा’ हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘‘सिब्बल जी, ‘प्रसाद’ है !’’ सिब्बल ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया.

पर्चा दाखिल करने के बाद सिब्बल ने कहा, “मैंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा है और मैं अखिलेश जी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमें समर्थन दिया है.” उन्होंने यह भी कहा कि वह 16 मई को कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं और अब वह कांग्रेस के नेता नहीं हैं.

कांग्रेस ने सिब्बल के पार्टी से इस्तीफे को अधिक तवज्जो नहीं दिया

कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के पार्टी छोड़ने को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए बुधवार कहा कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में उच्च स्तर की पार्टी है और विभिन्न राज्यों में कई नेता इसमें शामिल हुए हैं जिस पर ध्यान नहीं दिया गया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि आठ पूर्व विधायक दो दिन पहले हरियाणा में कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन अफसोस की बात है कि इस तरह की खबरों को प्रमुखता नहीं मिलती.

वेणुगोपाल हाल ही में राजस्थान में आयोजित ‘ंिचतन शिविर’ के बाद भी नेताओं के कांग्रेस पार्टी छोड़ने को लेकर पीटीआई-भाषा द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे. वेणुगोपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर आज राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सिब्बल ने अपने त्यागपत्र में कांग्रेस की विचारधारा के खिलाफ कुछ नहीं कहा है.

वेणुगोपाल ने यह पूछ जाने पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या सिब्बल ने केवल राज्यसभा की सीट को लेकर पार्टी छोड़ दी क्योंकि वरिष्ठ नेता को समायोजित करने के लिए कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं थी. वेणुगोपाल ने साथ ही सिब्बल के इस्तीफे के बाद पार्टी पर पड़ने वाले प्रभाव जैसे अन्य सवालों पर भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

इससे पहले, सिब्बल के कांग्रेस छोड़ने के विषय पर पत्रकारों से बात करते हुए, वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘कांग्रेस राष्ट्रीय राजनीति में उच्च स्तर की पार्टी है.’’ वेणुगोपाल ने कहा कि बहुत जल्द पार्टी में व्यापक बदलाव होगा, क्योंकि पार्टी के ंिचतन शिविर के दौरान लिए गए निर्णयों के अनुरूप अधिक युवा चेहरों को शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा सरकार से मुकाबला करना जारी रखेगी, ‘‘जो अपने विरोधियों को राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और खुफिया ब्यूरो (आईबी) सहित केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.’’

वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘झटके लग सकते हैं. हम उनसे सबक लेंगे और हम इससे उबरेंगे.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से मुकाबला करने में सक्षम है. सिब्बल ने यह घोषणा करते हुए कि उन्होंने पिछले सप्ताह कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, बुधवार को समाजवादी पार्टी द्वारा सर्मिथत एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.

Related Articles

Back to top button