खैरागढ़ विधानसभा सीट, शाम पांच बजे तक लगभग 78% मतदान
राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले में खैरागढ़ विधानसभा सीट पर मंगलवार को उपचुनाव में लगभग 78 फीसदी मतदान हुआ. राजनांदगांव जिले में निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ तथा शाम पांच बजे मतदान के समापन तक 77.88 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला. उनके अनुसार उनमें पुरुष मतदाता 78.92 फीसदी और महिला मतदाता 77.74 फीसदी हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो गया लेकिन मतदान केंद्र परिसर में मौजूद कतार में लगे मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने दिया जाएगा. उनका कहना था कि अंतिम आंकड़े प्राप्त होने के बाद मतदान के प्रतिशत में बढ़ोतरी हो सकती है. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 84.59 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला था.
उन्होंने बताया कि आज मतदान के साथ ही क्षेत्र के 10 उम्मीदवारों का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोंिटग मशीन में बंद हो गया है जिसका फैसला 16 अप्रैल को मतगणना के दिन होगा. अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा उपचुनाव में मतदान के लिए मतदाताओं में उत्साह देखा गया तथा बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी मतदान में हिस्सा लिया है. उनके अनुसार क्षेत्र में तेज गर्मी के बावजूद मतदाता सुबह से ही कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे.
उन्होंने बताया कि खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 11 हजार 516 मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या एक लाख छह हजार 266 तथा महिला मतदाता एक लाख पांच हजार 250 हैं. क्षेत्र में सुचारू रूप से मतदान के ?लिए 291 मतदान केंद्र बनाए गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए केंद्रीय पुलिस बल की 22 कंपनियों को तैनात किया गया है. उनके मुताबिक इलेक्ट्रोनि वोंिटग मशीन के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस बल की एक कंपनी को तैनात किया गया है तथा साथ ही छह सीसीटीवी कैमरा स्ट्रांग रूम के चारों तरफ निगरानी के लिए लगाया गया है.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक देवव्रत ंिसह के निधन के बाद से यह सीट रिक्त हुई थी जिसके बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी. इस उपचुनाव में 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. हालांकि मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और जनता कांग्रेस के बीच होने की संभावना है.
खैरागढ़ उपचुनाव के लिए भाजपा ने एक बार फिर पूर्व विधायक कोमल जंघेल को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार यशोदा वर्मा पर भरोसा जताया है. जंघेल और वर्मा दोनों अन्य पिछड़ा वर्ग के लोधी जाति से हैं. खैरागढ़ क्षेत्र में लोधी जाति की संख्या अधिक है. जनता कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए वकील और खैरागढ़ राजपरिवार के दामाद नरेंद्र सोनी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
इस सीट पर जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री प्र‘‘ाद ंिसह पटेल और फग्गन ंिसह कुलस्ते तथा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ंिसह चौहान ने चुनाव प्रचार किया है जबकि कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कमान सम्हाला था. बघेल ने चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र में कई रैलियां की है.
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के दौरान क्षेत्र को जिला बनाने से संबंधित मुद्दा छाया रहा. मुख्यमंत्री बघेल ने क्षेत्र की जनता से वादा किया है कि चुनाव जीतने के बाद खैरागढ़ क्षेत्र को जिला बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. वहीं भाजपा ने राज्य सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है.