
जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि अगर चाईबासा में हाल ही में हुए लाठीचार्ज के सिलसिले में आदिवासियों के खिलाफ दर्ज मामले तुरंत वापस नहीं लिए गए तो झारखंड के खनिज समृद्ध कोल्हान क्षेत्र में अनिश्चितकालीन बंद शुरू किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को यहां एक बयान में कहा, “अगर गिरफ्तार लोगों को तुरंत रिहा नहीं किया गया और उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस नहीं लिए गए तो हम अनिश्चित काल तक झारखंड के पूर्वी और पश्चिमी ंिसहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों से बने कोल्हान प्रमंडल से एक भी पत्थर की ढुलाई नहीं होने देंगे।”
हेमंत सोरेन सरकार का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए सोरेन ने कहा कि जब भी आदिवासी समुदाय ने अपने अधिकारों और हकों के लिए आवाज उठाई है, इस “आदिवासी विरोधी” सरकार ने बार-बार उसे कुचलने की कोशिश की है। सोरेन पिछले रविवार को आदिवासियों पर हुए लाठीचार्ज पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। ये आदिवासी लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर एनएच 220 और एनएच 75ई पर भारी वाहनों के लिए “प्रवेश निषेध” लागू करने की मांग कर रहे थे।
चाईबासा घटना के संबंध में महिलाओं सहित सोलह आदिवासियों को गिरफ्तार किया गया तथा 75 नामजद तथा 500 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किये गये। सोरेन ने झारखंड उच्च न्यायालय को चाईबासा की घटना का स्वत? संज्ञान लेने और एसटी/एससी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति) अधिनियम के प्रावधानों के तहत उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की।
 
				


