रिजर्व बैंक के फैसलों से बाजार उत्साहित, नए शिखर पर सेंसेक्स, निफ्टी

मुंबई. चालू वित्त वर्ष का वृद्धि अनुमान बढ़ाने और नीतिगत दर स्थिर रखने के रिजर्व बैंक के फैसले से शुक्रवार को बैंक एवं अन्य शेयरों में जमकर लिवाली हुई. इस तेजी के बीच घरेलू शेयर बाजार के दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी अपने नए उच्चस्तर पर बंद हुए.

बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 303.91 अंक यानी 0.44 प्रतिशत बढ़कर 69,825.60 अंक के अपने नए शिखर पर बंद हुआ. सूचकांक दिन में कारोबार के दौरान नए रिकॉर्ड स्तर 69,893.80 अंक तक भी चला गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 68.25 अंक यानी 0.33 प्रतिशत चढ़कर 20,969.40 अंक की नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया.

सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एचसीएल टेक में सर्वाधिक 2.69 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई. जेएसडब्ल्यू स्टील (2.44 प्रतिशत) और इन्फोसिस (1.67 प्रतिशत) भी खासी बढ़त में रहे. एचडीएफसी बैंक, टाइटन, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी चढ़कर बंद हुए. दूसरी तरफ आईटीसी में सर्वाधिक 1.95 प्रतिशत की गिरावट रही. महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फाइनेंस के शेयरों में भी गिरावट का रुख रहा.

इस बीच बीएसई सेंसेक्स में वायदा एवं विकल्प खंड में साप्ताहिक आधार पर शुक्रवार को सौदे के निपटान के अंतिम दिन कारोबार 200 लाख करोड़ रुपये के नए मुकाम पर पहुंच गया. जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर और खाद्य मुद्रास्फीति पर चिंता जताकर एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाया है. रबी की बुवाई में गिरावट और जल-भंडार के स्तर में कमी से यह धारणा बनती है कि अनाजों के दाम बढ़ सकते हैं. इसका असर रोजमर्रा के इस्तेमाल के उत्पाद बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियों के शेयरों पर पड़ा.” आरबीआई की छह-सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने शुक्रवार को रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखने का फैसला किया.

जुलाई-सितंबर तिमाही में उम्मीद से अधिक 7.6 प्रतिशत वृद्धि के बाद केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया. इस तरह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भारत की स्थिति बरकरार है.

हालांकि अधिक शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाले बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.16 प्रतिशत और स्मालकैप सूचकांक में 0.44 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. खंडवार सूचकांकों में सूचना प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी एवं बैंक खंडों में क्रमश? 1.08 प्रतिशत, 0.97 प्रतिशत और 0.89 प्रतिशत की तेजी रही. लेकिन ‘यूटिलिटी’ खंड (जन केंद्रित सेवाओं से जुड़ी कंपनियों) में 1.72 प्रतिशत और ऊर्जा खंड में 1.58 प्रतिशत की गिरावट रही.

इस बीच, शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 1,564.03 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की. एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में रहा, जबकि जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए. यूरोपीय बाजार शुरूआती कारोबार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को लाभ की स्थिति में रहे थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.25 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.

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