उत्तर कोरिया के युद्धक विमानों ने हमारी सीमा के निकट उड़ान भरी : दक्षिण कोरिया

सियोल. दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया के 12 युद्धक विमानों ने उसकी सीमा के पास उड़ान भरी है, जिसके जवाब में उन्हें (दक्षिण कोरिया को) 30 सैन्य विमान तैनात करने पड़े. दक्षिण कोरिया की सेना का कहना है कि उत्तर कोरिया के आठ लड़ाकू जेट और चार बमवर्षक विमानों ने उसकी सीमा के पास उड़ान भरी. सेना ने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि उत्तर कोरियाई विमानों ने हवा से सतह पर गोलीबारी करने का अभ्यास किया.

इसने कहा कि उत्तर कोरियाई विमानों के उड़ान भरने की प्रतिक्रिया में दक्षिण कोरिया के 30 युद्धक विमान तैनात किए गए.
इससे पहले, उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइल दागीं जबकि दक्षिण कोरिया ने प्रतिक्रिया के तहत कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर अमेरिका और जापान के साथ नौसैनिक अभ्यास किया.

वहीं, उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम मिसाइल का जापान के ऊपर से प्रक्षेपण करने के जवाब में अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप के पास एक विमानवाहक पोत को फिर से तैनात किया था. मिसाइल के ताजा प्रक्षेपण इस बात का संकेत देते हैं कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन कर अपने परमाणु शस्त्रागार को मजबूत करने के लक्ष्य के साथ हथियारों का परीक्षण जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. कई विशेषज्ञों का कहना है कि किम का लक्ष्य एक वैध परमाणु संपन्न देश के रूप में अमेरिका की मान्यता हासिल करना है और उस पर लगे प्रतिबंधों को हटवाना है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस प्रकार के कोई संकेत नहीं मिले हैं.

दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ आॅफ स्टाफ’ ने एक बयान में कहा कि इन मिसाइल को उत्तर कोरिया के राजधानी क्षेत्र से 22 मिनट के अंतराल से कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच प्रक्षेपित किया गया. पहली मिसाइल ने 350 किलोमीटर (217 मील) की दूरी तय की और यह 80 किलोमीटर (50 मील) की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंची, जबकि दूसरी मिसाइल ने 800 किलोमीटर (497 मील) की दूरी तय की और यह 60 किलोमीटर (37 मील) की अधिकतम ऊंचाई पर पहुंची.

मिसाइल संबंधी यह जानकारी जापान द्वारा मुहैया कराई गई सूचना से मेल खाती है. जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमादा ने कहा था कि मिसाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में नहीं पहुंची. दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उसने सतर्कता बढ़ा दी है और वह अमेरिका के सहयोग से हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. अमेरिकी ंिहद प्रशांत कमान ने कहा कि इन प्रक्षेपणों से अमेरिका या उसके सहयोगियों को तत्काल कोई खतरा नहीं है, लेकिन इसने उत्तर कोरिया के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के ‘‘संभावित प्रभावों’’ को रेखांकित किया है.

वहीं, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने बृहस्पतिवार को फोन पर बात की और उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परीक्षण को ‘‘एक गंभीर और उकसावे वाली कार्रवाई’’ करार दिया, जो अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा है.

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