आय में बढ़ती असमानता के आरोपों पर भाजपा ने कहा, गलत सूचना फैला रही है कांग्रेस
नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कथित तौर पर बढ़ती आर्थिक असमानता को लेकर ‘गलत सूचना फैलाने’ के लिए सोमवार को कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि लोगों की औसत आय बढ़ी है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत देश ‘विकास की ओर’ अग्रसर है. भाजपा की यह टिप्पणी कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के उस आरोप के बाद आई है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि मौजूदा सरकार के तहत देश में अति धनाढ्य और मध्यम वर्ग के बीच की खाई चौड़ी हो रही है.
कांग्रेस नेता के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर लिखा, “आपका चुनिंदा आक्रोश और झूठ से भरी गलत बयानी स्पष्ट है, श्रीमान जयराम.” उन्होंने कहा, “मौजूदा सरकार के तहत देश आगे बढ़ रहा है, भले ही आप तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करें. अर्ध-सत्य बोलने के बजाय आपको कुछ आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. क्योंकि आंकड़े झूठ नहीं बोलते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि आप स्पष्ट रूप से ऐसा करने का प्रयास कर रहे हैं.” रमेश ने दावा किया कि 2013-14 से 2021-22 की अवधि के लिए आयकर रिटर्न पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के आवश्यक विषयों में से एक की पुष्टि करता है- जो है आय असमानता बढ़ना.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के तहत अति धनाढ्य और मध्यम वर्ग के बीच बढ़ती खाई अधिक से अधिक स्पष्ट है. इस पर पलटवार करते हुए मालवीय ने कहा, “जयराम, मुझे बिना मिलावट वाले तथ्यों के साथ रिकॉर्ड स्थापित करने दीजिए, न कि उन चुनिंदा आंकड़ों के साथ जिनका इस्तेमाल आप अपने बॉस की तरह अपने आधे-अधूरे ज्ञान से गलत सूचना फैलाने के लिए कर रहे हैं.” रमेश के दावे को खारिज करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि सबसे पहले एसबीआई के शोध से पता चला है कि आकलन वर्ष 2013-14 में 4.4 लाख रुपये की ‘भारित औसत आय’ आकलन वर्ष 2022-23 में लगभग तीन गुना बढ़कर 13 लाख रुपये हो गई है.
रमेश के एक अन्य दावे को खारिज करते हुए मालवीय ने कहा, “जब आप शीर्ष एक प्रतिशत पर उंगली उठाने में व्यस्त हैं, तो ऐसा लगता है कि आप आसानी से यह भूल गए हैं कि आय बढ़ने के कारण आठ साल की अवधि में 4.81 करोड़ अधिक आईटीआर (आयकर रिटर्न) दाखिल किए गए हैं.” भाजपा नेता ने कहा कि जो धारणा बनाई जा रही है, उसके विपरीत देश में संपत्ति सृजन का लोकतंत्रीकरण हो रहा है.
नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि 2015-16 और 2019-21 के बीच 13.6 करोड़ लोग गरीबी के चंगुल से बच निकले हैं. उन्होंने कहा, ”हमने वास्तव में गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए काम किया है ना कि कांग्रेस की तरह ‘गरीबी हटाओ’ का खोखला नारा दिया है.”