चुनाव चिह्न ‘बल्ला’ से वंचित किये जाने पर इमरान खान ने कहा : अंपायर ने ‘नो बॉल’ का किया इशारा

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले अपनी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न ‘बल्ला’ से वंचित किए जाने पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने उच्चतम न्यायालय पर परोक्ष रूप से तंज कसा और आरोप लगाया कि नवाज शरीफ दो अंपायरों के सहयोग से चुनाव लड़ रहे हैं.

जेल में बंद इमरान खान ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख नवाज शरीफ दो अंपायरों के सहयोग से चुनाव लड़ रहे हैं जिनमें से एक ने हाल ही में उनके खिलाफ ‘नो बॉल’ का इशारा किया ताकि उनकी पार्टी को चुनाव में हाशिये पर धकेला जा सके. पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होने वाले हैं. उच्चतम न्यायालय का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने उनकी पार्टी को दरकिनार करने के लिए ‘लंदन योजना’ पर दोष मढ़ा.

डॉन अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई के बाद सोमवार को रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अडियाला जेल में पत्रकारों से बातचीत में 71 वर्षीय खान ने कहा कि तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ हमेशा अपनी पसंद के ‘अंपायरों’ के साथ मैच खेलते हैं.

क्रिकेटर से नेता बने खान ने उच्चतम न्यायालय के शनिवार के आदेश का जिक्र करते हुए कहा, ”परसों एक अंपायर ने ‘नो-बॉल’ दे दी.” इस आदेश के परिणामस्वरूप पीटीआई को उसके चुनाव चिह्न ‘क्रिकेट का बल्ला’ से वंचित होना पड़ा. खान ताकतवर सेना और उच्चतम न्यायालय को ‘दो अंपायर’ के रूप में संर्दिभत कर रहे थे.

शीर्ष अदालत की तीन सदस्यीय समिति ने पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के 22 दिसंबर के फैसले को बरकरार रखा, जिसमें पारदर्शी अंतर-पार्टी चुनाव कराने में विफल रहने के कारण इमरान खान की पार्टी पीटीआई को उसके चुनाव चिह्न से वंचित कर दिया गया था.

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