पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज ने कश्मीर का मुद्दा उठाया, पड़ोसियों से बेहतर संबंध का संकल्प जताया

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को अपने पहले संबोधन में कश्मीर मुद्दा उठाया. हालांकि, उन्होंने पड़ोसियों सहित सभी प्रमुख देशों के साथ संबंध सुधारने का भी संकल्प जताया. शहबाज ने कहा, ”हम पड़ोसियों के साथ समानता के आधार पर संबंध रखेंगे.” उन्होंने कश्मीर का मुद्दा उठाया और इसकी तुलना फलस्तीन से की. उन्होंने कहा, ”आइए हम सब एक-साथ आएं… और नेशनल असेंबली को कश्मीरियों तथा फलस्तीनियों की आजादी के लिए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए.” शहबाज (72) ने उन पर भरोसा जताने और उन्हें सदन का नेता बनाने के लिए गठबंधन सरकार के अपने सहयोगियों का आभार भी जताया.

उन्होंने अपने विजयी भाषण में कहा, ”जब मेरे नेता (नवाज) तीन बार प्रधानमंत्री चुने गए तो देश में जो विकास हुआ, वह अपने आप में उदाहरण है. और यह कहना गलत नहीं है कि नवाज शरीफ वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने पाकिस्तान का निर्माण किया है.” पीएमएल-एन अध्यक्ष ने उन पर विश्वास जताने तथा उन्हें सदन का नेता बनाने के लिए अपने बड़े भाई नवाज और सभी सहयोगियों का आभार जताया.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पीएमएल-एन के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले.
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले.

शहबाज ने कहा कि देश खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के कारण चुनौतियों का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपना कार्यकाल तब शुरू कर रहे हैं जब देश एक हजार अरब रुपये से अधिक के बजटीय घाटे का सामना कर रहा है. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा, ”हम सशस्त्र बलों और अन्य सरकारी अधिकारियों को वेतन कैसे देंगे.” शहबाज ने कहा कि सरकार देश को मौजूदा संकट से बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, ”मैं कोई समयसीमा तय नहीं करना चाहता, लेकिन हम जो विभिन्न कदम उठाएंगे, उसके सकारात्मक परिणाम एक साल बाद मिलने शुरू हो जाएंगे.”

व्यावसायिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की सरकार की योजना पर उन्होंने कहा कि सरकार कठोर और अप्रचलित कानूनों व विनियमों को समाप्त कर देगी और निर्यात क्षेत्रों का एक व्यापक नेटवर्क स्थापित करने के लिए प्रांतीय सरकारों के साथ मिलकर काम करेगी.

शहबाज ने घोषणा की, ”हमारा लक्ष्य 2030 तक जी20 सदस्यता हासिल करना है.” उन्होंने कहा, ”इस संसद में ऐसे प्रतिभाशाली लोग बैठे हैं, जो पाकिस्तान की नैया पार लगा सकते हैं. इनमें पत्रकार, बुद्धिजीवी, नेता, धार्मिक नेता शामिल हैं.” शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान के सामने एक बड़ी चुनौती और अवसर था. उन्होंने कहा, ”अगर हम एक-साथ आते हैं और पाकिस्तान के भाग्य को बदलने का फैसला करते हैं, तो इंशाअल्लाह, हम इन चुनौतियों को परास्त करेंगे और पाकिस्तान को उसके सही मुकाम तक लेकर जाएंगे.” उन्होंने कहा कि यह काम मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं है.

पीएमएल-एन ने दोनों नेताओं की तस्वीरों के साथ ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”विकास के पुराने अच्छे दिनों की वापसी. नवाज का विजन, शहबाज का मिशन.” पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सर्मिथत सांसदों के हंगामे और नारेबाजी के बीच नयी संसद का सत्र बुलाया गया था. शहबाज ने अपने भाषण में यह भी कहा कि यह मुल्क पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और बिलावल भुट्टो जरदारी के नाना जुल्फिकार अली भुट्टो के बलिदानों को हमेशा याद रखेगा.

जब शहबाज शरीफ ने बोलना शुरू किया, तो पीटीआई सर्मिथत सदस्यों ने ”चोर” के नारे लगाने शुरू कर दिए. शहबाज को सोमवार को राष्ट्रपति निवास ऐवान-ए-सद्र में पद की शपथ दिलाई जाएगी. आम चुनाव कराने के लिए संसद भंग किए जाने से पहले शहबाज ने अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक प्रधानमंत्री के रूप में गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था.

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