
नयी दिल्ली. दिल्ली पुलिस के समर्थन में मंगलवार को दर्जनों लोग इंडिया गेट के पास एकत्र हुए. दो दिन पहले वायु प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर माओवादी कमांडर माडवी हिडमा की प्रशंसा में प्रदर्शनकारियों द्वारा नारे लगाने का वीडियो सामने आया था.
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था: “हम दिल्ली पुलिस का समर्थन करते हैं”, “देशद्रोहियों को बचाना बंद करो”, “हिडमा के खिलाफ राष्ट्र”, “नक्सलवाद के खिलाफ राष्ट्र”. प्रदर्शन में शामिल कई लोगों ने पुलिस बल के साथ एकजुटता दिखाते हुए नारे लगाए और कथित तौर पर माओवादी नेता की प्रशंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. रविवार को इंडिया गेट के पास प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन के कई वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों को माओवादी कमांडर माडवी हिडमा की प्रशंसा में नारे लगाते हुए देखा जा सकता है.
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लेने वाले संगठनों में से एक साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी (एसएफएस) ने दावा किया कि दो संगठनों-हिमखंड और बीएससीईएम ने हिडमा की कथित न्यायेतर हत्या को लेकर नारे लगाने शुरू कर दिए. दिल्ली के कानून मंत्री कपिल मिश्रा ने सोमवार को दावा किया कि खराब वायु गुणवत्ता के खिलाफ प्रदर्शन का इस्तेमाल हिडमा को महिमामंडित करने के लिए किया गया. मिश्रा ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि जिहादियों और नक्सलियों का नया मुखौटा है-सामाजिक कार्यकर्ता बनना.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने अपने र्किमयों पर हमला करने, उनके काम में बाधा डालने और प्रदर्शन के दौरान सड़क अवरुद्ध करने के आरोप में कम से कम 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर ‘पेपर स्प्रे’ का इस्तेमाल किया. हिडमा (51) शीर्ष माओवादी नेता था, जिसकी 18 नवंबर को आंध्र प्रदेश में सुरक्षार्किमयों के साथ मुठभेड़ में मौत हो गयी.



