राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव को दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई बताया

चुनावी बॉण्ड दुनिया की सबसे बड़ी वसूली योजना, प्रधानमंत्री 'भ्रष्टाचार के चैंपियन' : राहुल गांधी

मांड्या/गाजियाबाद. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा चुनाव को दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई करार दिया जिसमें एक तरफ ‘इंडिया’ समूह “संविधान के लिए लड़ रहा है” वहीं दूसरी ओर भाजपा “संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है.” राहुल गांधी ने चुनाव के लिए अपनी पार्टी के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए कहा कि अगर ‘इंडिया’ समूह सत्ता में आता है, तो यह “आम नागरिकों, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों की सरकार” होगी.

उन्होंने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ह्लयह दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है. एक तरफ कांग्रेस और ‘इंडिया’ समूह है जिसने संविधान के लिए लड़ाई लड़ी, देश को संविधान और लोकतंत्र दिया. दूसरी ओर भाजपा है, जो संविधान और लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है और सभी संस्थानों में अपने लोगों को नियुक्त कर रही है.” राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार ”22 से 25 अमीर लोगों की है” लेकिन कांग्रेस ऐसी सरकार देगी जो आम नागरिकों, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों के लिए काम करेगी.

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार “हफ्ता बाजी” चलाती है. इसके साथ ही उन्होंने अब खत्म हो चुकी चुनावी बॉण्ड योजना को दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा जबरन वसूली घोटाला करार दिया. राहुल गांधी ने लोगों से कहा कि वे चुनावी बॉण्ड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का साक्षात्कार गूगल पर देखें कि उनके हाथ कैसे कांप रहे थे.

उन्होंने कहा, ह्लआपने नरेन्द्र मोदी का इंटरव्यू देखा होगा. उस इंटरव्यू में उन्होंने चुनावी बॉण्ड के बारे में चर्चा की थी. यह एक घंटा लंबा साक्षात्कार था जहां उन्होंने चुनावी बॉण्ड पर स्पष्टीकरण देने की कोशिश की.” गांधी ने कहा, “सिर्फ एक काम करें. गूगल पर जाएं और उनका साक्षात्कार देखें, आप देखेंगे कि उनके हाथ कांप रहे हैं क्योंकि चुनावी बॉण्ड भारत में अब तक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है.”

लोकसभा चुनाव में भाजपा 150 सीट के नीचे सिमट जाएगी: राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को चुनावी बॉण्ड योजना को ‘दुनिया की सबसे बड़ी वसूली योजना’ करार दिया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘भ्रष्टाचार के चैंपियन’ हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह दावा भी किया कि इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 150 सीट तक सिमट जाएगी.

राहुल गांधी ने कहा, ”यह विचारधारा का चुनाव है. एक तरफ आरएसएस-भाजपा संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. दूसरी तरफ, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) उसको बचाने में लगा है.” उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई, भागीदारी जैसे कुछ प्रमुख मुद्दे हैं, लेकिन भाजपा 24 घंटे लोगों को गुमराह करने में लगी रहती है. राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के लोग मुद्दों के बारे में बात नहीं करते हैं.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हालिया साक्षात्कार का हवाला देते हुए कहा कहा कि यह साक्षात्कार ‘्क्रिरपटेड (पहले से तैयार)’ और एक ‘फ्लॉप शो’ था. राहुल गांधी ने कहा, ”प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनावी बॉण्ड योजना राजनीति को साफ करने के लिए लायी गई थी. अगर ऐसा है तो उच्चतम न्यायालय ने इसे रद्द क्यों किया?” उन्होंने सवाल किया, ”सैकड़ों करोड़ रुपये का चंदा देने वालों के नाम क्यों छुपाए गए, चंदा देने की तारीखें क्यों छुपाई गई? ” कांग्रेस नेता ने दावा किया, ” कंपनियों को ठेके मिलते हैं और फिर वही कंपनियां भाजपा को चंदा देती हैं. जांच एजेंसियां पहले कंपनियों पर छापेमारी करती हैं और फिर जाच शुरू होने के 10-15 दिन बाद वही कंपनियां भाजपा को चंदा देती हैं. भाजपा को चंदा मिलने के बाद कंपनियों की जांच बंद हो जाती है.”

अमेठी को लेकर पार्टी का जो आदेश होगा, वह मानूंगा : राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच बुधवार को कहा कि यह फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में होगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उसे मानेंगे. राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से एक बार फिर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके अमेठी से चुनाव लड़ने को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस ने फिलहाल अमेठी और रायबरेली से अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जब राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ” हमारी पार्टी में सीईसी की बैठक में ये फैसले होते हैं. मुझे जो भी आदेश मिलेगा, मैं वह करूंगा.”

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