मंगोलिया, जपान की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे राजनाथ सिंह

नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को मंगोलिया और जापान की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे. इस यात्रा का उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा के हालात और वैश्विक भू राजनीति में उथलपुथल के बीच दोनों देशों के साथ भारत के रणनीतिक एवं रक्षा संबंधों का विस्तार करना है. सिंह पांच से सात सितंबर तक मांगोलिया की यात्रा पर रहेंगे. यह किसी भारतीय रक्षा मंत्री द्वारा इस पूर्वी एशियाई देश की पहली यात्रा होगी.

पूरे घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने रविवार को बताया कि जापान में राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने जापानी समकक्षों के साथ ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय संवाद करेंगे. उन्होंने बताया कि मंगोलिया से रक्षामंत्री दो दिवसीय यात्रा पर जापान जाएंगे. वह आठ और नौ सितंबर को जापान में होंगे. वह जापान के साथ ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में आठ सितंबर को होने वाली वार्ता में शामिल होंगे.

यह संवाद जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए नयी दिल्ली आने के करीब पांच महीने बाद हो रहा है. नयी दिल्ली में हुए इस सम्मेलन में किशिदा ने अगले पांच साल के दौरान भारत में पांच ट्रिलियन येन (करीब 3,20,000 करोड़ रुपये) का निवेश करने का लक्ष्य घोषित किया था.

घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने रविवार को बताया कि ‘टू प्लस टू’ संवाद के दौरान द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श के साथ-साथ ंिहद प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रम पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और रक्षा मंत्री यसुकाजू हमादा करेंगे.

गौरतलब है कि भारत और जापान के बीच ‘टू प्लस टू’ प्रारूप के संवाद की शुरुआत वर्ष 2019 में दोनों देशों के रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने तथा विशेष रणनीति एवं वैश्विक साझेदारी को गहरा करने के लिए की गई थी. भारत का कुछ ही देशों के साथ ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में मंत्री स्तरीय संवाद होता है, जिनमें अमेरिका, जापान, आॅस्ट्रेलिया और रूस शामिल हैं.

भारत भू राजनीतिक उथलपुथल के बीच खासतौर पर यूक्रेन संकट, ंिहद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रमकता और ताइवान जलडमरुमध्य में चीन और ताइवान के बीच पैदा हुए तनाव की वजह से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर अपने प्रमुख साझेदारों के साथ अहम रणनीतिक संबंधों को मजबूत कर रहा है. राजनाथ सिंह की मंगोलिया यात्रा की घोषणा करते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी.

मंत्रालय ने बताया कि राजनाथ सिंह की मंगोलिया के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल सैखानबयार के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी और वह मंगोलियाई राष्ट्रपति यू खुरेलसुख और स्टेट ग्रेट खुराल (संसद) के अध्यक्ष जी जानदनशतार से भी मुलाकात करेंगे. मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘दोनों लोकतांत्रिक देशों के पूरे क्षेत्र में शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने के साझा हित हैं.’’ बयान में कहा गया कि भारत और मंगोलिया रणनीतिक साझेदारी और रक्षा संबंध साझा करते हैं जो दोनों देशों के इन संबंधों का अहम आधार है.

रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों देशों के रक्षा मंत्री भारत और मंगोलिया के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की नयी संभावनाओं पर विचार करेंगे. दोनों नेता साझा हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.’’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2015 में मंगोलिया की यात्रा की थी और रक्षा एवं सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को आगे बढ़ाने की पहल हुई थी.

मोदी की मंगोलिया यात्रा के दौरान भारत ने मंगोलिया में अवसंरचना विकास के लिए एक अरब डॉलर की ऋण सुविधा और संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने की घोषणा की थी. दोनों देशों के बीच ‘नोमेडिक एलिफेंट’ नाम से सालाना सैन्य अभ्यास भी होता है.
‘नोमेडिक एलिफेंट’ के आखिरी दो संस्करणों में से एक उलानबटोर (मंगोलिया) में सितंबर 2018 में और दूसरा अक्टूबर 2019 में हिमाचल प्रदेश में आयोजित किया गया था.

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