भारत में धर्मनिरपेक्षता पर खतरा मंडरा रहा है, मोदी संविधान के विरूद्ध कर रहे हैं काम: स्टालिन
चेन्नई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को कहा कि देश में धर्मनिरपेक्षता एवं एकता खतरे में है तथा सामाजिक न्याय को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर संविधान के विरूद्ध काम करने का आरोप लगाया.
मुख्यमंत्री ने यहां केरल मीडिया अकादमी में एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ”सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारतीय संविधान उनका ‘वेद’ है और उन्होंने संसद के समक्ष झुककर नमन किया था. लेकिन अब वह संविधान के विरूद्ध जा रहे हैं.
लोगों को यह अहसास करना चाहिए और उसका विरोध करना चाहिए.” द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष स्टालिन ने कहा, ”भारत की एकता, विविधता एवं धर्मनिरपेक्षता पर खतरा है तथा सामाजिक न्याय को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है. उसके माध्यम से वे (भाजपा वाले) भारत को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं. हम इसका जबर्दस्त विरोध करते हैं.” उन्होंने कहा कि कुछ लोग ‘द्रविड़’ शब्द के उल्लेख मात्र से चिढ़ जाते हैं.
उन्होंने दावा किया कि तमिलनाडु और केरल के लोग एक ही द्रविड़ परिवार से हैं. उन्होंने इन दोनों राज्यों के लोगों से भारत की रक्षा के लिए डबल बैरल वाली बंदूक की तरह काम करने की अपील की.