रेणुकास्वामी हत्या मामले में दो और गिरफ्तार, सरकार ने दर्शन का समर्थन करने के आरोपों को खारिज किया

शिवकुमार व उनके भाई ने दर्शन को चन्नपटना विधानसभा उपचुनाव में उतारने की योजना बनायी थी: भाजपा नेता

बेंगलुरु. कर्नाटक में रेणुकास्वामी हत्याकांड के सिलसिले में शुक्रवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. इस मामले में कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा और उनकी दोस्त पवित्रा गौड़ा आरोपी हैं. जगदीश और अनुकुमार को पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दिनाकर के नेतृत्व वाली टीम ने चित्रदुर्ग के जिला मुख्यालय शहर से हिरासत में लिया. सूत्रों ने बताया कि वे कथित तौर पर चित्रदुर्ग से रेणुकास्वामी का अपहरण करने में शामिल हैं.

दर्शन थुगुदीप और उनके 12 सहयोगियों को 33 वर्षीय रेणुकास्वामी की हत्या के सिलसिले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था.
दर्शन (47) के प्रशंसक चित्रदुर्ग के जिला मुख्यालय शहर के निवासी रेणुकास्वामी ने कथित तौर पर अभिनेत्री गौड़ा के सोशल मीडिया अकाउंट पर टिप्पणी कर उनपर अभिनेता व उनकी पत्नी के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, रेणुकास्वामी ने कथित तौर पर “अभद्र भाषा” का भी इस्तेमाल किया था और आपत्तिजनक संदेश पोस्ट किए थे.

पुलिस ने बृहस्पतिवार को इस मामले में दर्शन के एक करीबी सहयोगी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी बरामद की है, जिसमें कथित तौर पर कार में रेणुकास्वामी का अपहरण होते हुए दिखाया गया है. सूत्रों के अनुसार, आरोपियों में से एक राघवेंद्र, जो चित्रदुर्ग में दर्शन के फैन क्लब का सदस्य है, रेणुकास्वामी को यहां आर आर नगर स्थित एक शेड में यह कहकर लाया था कि दर्शन उससे मिलना चाहता है. इसी शेड में रेणुकास्वामी को कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गयी. शव नौ जून को सुमनहल्ली में एक अपार्टमेंट के बगल में एक नाले के पास बरामद किया गया था.

सूत्रों ने बताया कि जांच दल ने सीसीटीवी फुटेज सहित पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं, जिससे यह पता चल सकता है कि रेणुकास्वामी पर कथित हमले के दौरान दर्शन मौजूद था. इस हमले में दर्शन को शरीर पर कथित तौर पर कई चोटें आईं थी. जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह मामला अन्य मामलों की तरह नहीं है, बल्कि इसमें प्रयास, पूर्व विचार और परिमाण की दृष्टि से काफी मेहनत करनी पड़ेगी है.

पुलिस अधिकारी ने कहा, ” हम सूचना और साक्ष्य एकत्र करने के मामले में जुटे हुए हैं.” इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शुक्रवार को इन खबरों को खारिज कर दिया कि कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा और उनके साथियों से यहां एक थाने में ‘शाही बर्ताव’ किया जा रहा है जहां उन्हें एक हत्याकांड के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद रखा गया है. परमेश्वर ने कहा कि दर्शन के साथ अन्य आरोपियों सरीखा ही व्यवहार हो रहा है. उन्होंने कहा कि ना तो उन्हें बिरयानी दी गई और ना ही उन्हें विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रहीं.

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ”मैं पुलिस को जनता के हित में आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दूंगा, लेकिन हमें उन्हें स्वतंत्र रूप से जांच करने देनी चाहिए. आरोपियों को बिरयानी देना और उनके साथ शाही सलूक करना पुलिस के लिए संभव नहीं है. ऐसा नहीं किया गया है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.” मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मैसूर में संवाददाताओं से कहा कि दर्शन के पक्ष में जांच को प्रभावित करने के लिए किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया है और इस मामले में सरकारी कानून के मुताबिक काम करेगी.

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने शुक्रवार को इन खबरों को खारिज किया कि सरकार पर कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा का पक्ष लेने के लिए “प्रभावशाली लोगों” का दबाव है. दर्शन को एक हत्या मामले में गिरफ्तार किया गया है. शिवकुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के खिलाफ एक पोक्सो मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद कांग्रेस सरकार पर “घृणा की राजनीति” करने के भाजपा द्वारा लगाये गए आरोप को भी खारिज कर दिया.

इस सवाल पर कि कुछ प्रभावशाली व्यक्ति सरकार पर दर्शन मामले में दबाव डाल रहे हैं, शिवकुमार ने कहा, “किसी की ओर से कोई दबाव नहीं है…..न तो हमारे गृह मंत्री न ही कोई और इसमें (जांच में हस्तक्षेप को लेकर) शामिल हैं, हम कोई भी सिफारिश नहीं कर रहे हैं, हमें कुछ भी नहीं पता है.” शिवकुमार का यह बयान राज्य के एक मंत्री द्वारा दर्शन को “बचाने” के कथित प्रयासों के बारे में कुछ खबरें आने के बाद आया है.

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सी पी योगेश्वर ने दावा किया कि शिवकुमार और उनके भाई एवं पूर्व सांसद डी के सुरेश ने आगामी चन्नपटना विधानसभा उपचुनाव में दर्शन को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने की योजना बनाई थी.
चन्नपटना सीट पर उपचुनाव इसलिए जरूरी है क्योंकि यह सीट जनता दल (सेक्युलर) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के लोकसभा में निर्वाचित होने के बाद रिक्त हो गई थी. इस सीट के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अभी निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी है.

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