प्रौद्योगिकी सहयोग महत्वपू्ण और उभरती प्रौद्योगिकी भारत-अमेरिका सहयोग का नया आयाम: ओबामा प्रशासन के अधिकारी

सिलिकॉन वैली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसी महीने होने जा रही अमेरिका यात्रा से पहले ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी भारत और अमेरिका के बीच सहयोग का नया आयाम है। वैश्विक बाजारों के लिए वाणिज्य के पूर्व सहायक सचिव और अमेरिका तथा विदेशी वाणिज्यिक सेवा के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि भारत एक बहुत मजबूत और भरोसेमंद स्थान के रूप में उभरा है। भारत कई ऐसे क्षेत्रों में बढ़ गया है, जिनमें अभी तक चीन केंद्रित रहता था।

कुमार ने कहा, ह्लसहयोग के केंद्र के रूप में उभरने वाला एक प्रमुख क्षेत्र प्रौद्योगिकी है। वास्तव में, अतीत में, रणनीतिक और व्यापार से संबंधित मुद्दों को अक्सर केंद्र में रखा जाता था। अब, हमारे पास प्रौद्योगिकी है जो इन सबको प्रेरित करती है। यह व्यापार को प्रेरित करती है, यह रणनीतिक विचारों को प्रेरित करती है।

उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों का महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों पर फोकस करना महत्वपूर्ण है और इसी पर ध्यान दिलाता है। उन्होंने कहा कि ये ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां अमेरिका और भारत के पास जबरदस्त पूरक ताकत है – भारत में प्रतिभा का आधार है तो नवाचार अमेरिका में होता है।

कुमार ने कहा, ह्लइन क्षेत्रों में सेमीकंडक्टर्स, अंतरिक्ष संबंधी ऐप्लीकेशन्स, उभरते संचार मानक हैं। इन सभी क्षेत्रों में अमेरिका और भारत के लिए सहयोग करने के कई अवसर हैं, और इसे एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र से सहयोग की जरूरत है जो नवाचार को संचालित करे।ह्व वर्तमान में सेलेस्टा कैपिटल के प्रबंधन साझेदार, वाधवानी इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी एंड पॉलिसी के अध्यक्ष और विदेश संबंध परिषद के सदस्य अरुण कुमार ने कहा, ह्लहम भारत में बहुत कुछ देख रहे हैं, जैसा कि हमने अमेरिका में कई वर्षों से देखा है।

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