देश को नेहरू की गलतियों की भारी कीमत चुकानी पड़ी: प्रधानमंत्री मोदी

कई पीढ़ियों का राजनीति में आना परिवारवाद नहीं, एक परिवार का पार्टी चलाना लोकतंत्र के लिए खतरा : मोदी

नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करते हुए कहा कि देश के लोगों को उनकी गलतियों की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने अतीत के कुछ प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कांग्रेस और प्रथम प्रधानमंत्री की आलोचना की.

प्रधानमंत्री का कहना था, ”अगर नेहरू जी का नाम लेते हैं तो उनको (कांग्रेस) बुरा लगता है. जम्मू-कश्मीर और देश के लोगों को नेहरू जी की गलतियों की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी.” उन्होंने कहा, ”वो भले ही गलतियां करके गए, लेकिन हम मुसीबतें झेलकर भी गलतियों को सुधारने की कोशिशें जारी रखेंगे. ” उन्होंने चर्चा का जवाब देते हुए नेहरू के कुछ बयानों का भी उल्लेख किया.

मोदी ने कहा, ”15 अगस्त को लाल किले से प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि हिंदुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आमतौर से नहीं है. हम इतना काम नहीं करते जितना कि यूरोप वाले या जापान वाले या चीन वाले या रूस वाले या अमेरिका वाले करते हैं. यह नहीं समझिए कि वे कौमें किसी जादू से खुशहाल हो गईं. वे मेहनत से हुई हैं और अक्ल से हुई हैं.” प्रधानमंत्री ने कहा कि ”नेहरू जी की भारतीयों के प्रति सोच थी कि भारतीय आलसी हैं तथा उनकी अक्ल कम होती है.”

उन्होंने इंदिरा गांधी के एक वक्तव्य का उल्लेख किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने लाल किले से कहा था, ”दुर्भाग्यवश हमारी आदत यह है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मतुष्टि की भावना से ग्रस्त हो जाते हैं और कठिनाई आने पर नाउम्मीद हो जाते हैं. कभी तो ऐसा लगने लगता है कि पूरे राष्ट्र ने पराजय भावना को अपना लिया है.’ मोदी ने कहा, ”कांग्रेस के शाही परिवार के लोग, मेरे देश के लोगों को ऐसा ही समझते थे. आज भी वही सोच देखने को मिलती है. कांग्रेस का विश्वास हमेशा सिर्फ एक परिवार पर रहा है. एक परिवार के आगे न कुछ सोच सकते हैं, न कुछ देख सकते हैं.”

कई पीढ़ियों का राजनीति में आना परिवारवाद नहीं, एक परिवार का पार्टी चलाना लोकतंत्र के लिए खतरा : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर ‘परिवारवाद की राजनीति’ करने का आरोप दोहराते हुए सोमवार को कहा कि एक परिवार की कई पीढि.यों के सदस्य यदि योग्यता से राजनीति में आते हैं तो वह उसे परिवारवाद नहीं मानते बल्कि एक ही परिवार द्वारा पार्टी चलाने को गलत मानते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस को एक परिवार के आगे कुछ नहीं दिखाई देता और इससे उसने खुद का, विपक्ष का, देश का और संसद का बड़ा नुकसान कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि देश को अच्छे, स्वस्थ विपक्ष की बहुत जरूरत है, लेकिन कांग्रेस ने दस साल के बाद भी स्वस्थ विपक्ष बनने का प्रयास नहीं किया.

मोदी ने सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम लेते हुए कहा, ”देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है, उसका खामियाजा कांग्रेस ने भी उठाया है. अधीर बाबू की हालत देख रहे हैं. (मल्लिकार्जुन) खरगे इस सदन से उस सदन में चले गए. गुलाम नबी आजाद तो पार्टी से ही चले गए. ऐसे कई नेता परिवारवाद की भेंट चढ. गए.” उन्होंने किसी का नाम लिये बिना कहा, ”एक ही उत्पाद को बार-बार लांच करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान में ताला लगने की नौबत आ गई.”

मोदी ने परिवारवाद को लेकर भाजपा के बयानों पर आने वाली प्रतिक्रियाओं का जवाब देते हुए कहा, ”आज मैं परिवारवाद का मतलब समझा देता हूं. अगर किसी परिवार के एक से अधिक लोग जन समर्थन से अपने बलबूते राजनीतिक क्षेत्र में प्रगति करते हैं तो उसे हमने कभी परिवारवाद नहीं कहा.” उन्होंने कहा, ”हम किसी पार्टी को एक ही परिवार द्वारा चलाये जाने, परिवार के लोगों को ही प्राथमिकता मिलने, परिवार के लोगों द्वारा ही सारे निर्णय लिये जाने को परिवारवाद मानते हैं.”

मोदी ने सदन में सत्ता पक्ष की अग्रिम पंक्ति में अपने पास बैठे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह की ओर इशारा करते हुए कहा, ”न राजनाथ जी का कोई राजनीतिक दल है, न अमित शाह का कोई राजनीतिक दल है.” इस दौरान कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख और पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में उपस्थित थीं.

मोदी ने कहा, ”लोकतंत्र में एक परिवार के दस लोग राजनीति में आएं, कोई बुराई नहीं है. मैं एक परिवार के दस लोगों की प्रगति का स्वागत करता हूं. नयी पीढ.ी के अच्छे लोग आएं, यह स्वागत योग्य बात है.” उन्होंने कहा कि लेकिन जब परिवार ही पार्टियां चलाते हैं, अध्यक्ष एक ही परिवार से होगा, ऐसी व्यवस्था है तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा है. मोदी ने कहा, ”मैं कभी इस विषय पर बोलता नहीं था, आज बोल दिया.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब परिवार में उलझ गई है और वे देश के करोड़ों परिवारों की आकांक्षाओं और उपलब्धियों को देख नहीं पा रहे. उन्होंने कहा, ”वे अपने परिवार के बाहर देखने को तैयार नहीं हैं.”

युद्ध और संकट के बावजूद महंगाई नियंत्रण में है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि यूक्रेन और गाजा में युद्ध तथा कोविड महामारी के बड़े संकट के बावजूद देश में महंगाई नियंत्रण में है. उन्होंने सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में आई तो उस समय महंगाई मजबूत हुई.

मोदी ने कहा, ”देश में महंगाई को लेकर दो गाने सुपरहिट हुए. एक ‘महंगाई मार गई’ और दूसरा ‘महंगाई डायन खाए जात है’. ये दोनों गाने कांग्रेस की सरकारों में आए.” प्रधानमंत्री ने कहा, ”संप्रग सरकार में महंगाई दोहरे अंक में थी. इसको नकार नहीं सकते. उस वक्त यह कहा गया था कि महंगी आईसक्रीम खा सकते हो तो महंगाई का रोना क्यों रो रहे हो.” उनका कहना था कि जब भी कांग्रेस आई है उसने महंगाई को मजबूत किया है.

मोदी ने यूक्रेन और गाजा में युद्ध तथा कोविड महामारी का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए, ”हमारी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखा है. दो-दो युद्ध और 100 साल में आए सबसे बड़े संकट के बावजूद महंगाई नियंत्रण में है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई हो रही है तो लोग उनके समर्थन में हंगामा करते हैं. उनका कहना था कि कांग्रेस के समय में जांच एजेंसियों का सिर्फ राजनीतिक दुरुपयोग किया जाता था.

उन्होंने कहा, ”कांग्रेस के समय ईडी ने पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी. हमारे समय में ईडी ने एक लाख करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की. देश का लूटा हुआ धन वापस करना ही पड़ेगा.” मोदी के अनुसार, देश ”नोटों के ढेर देखकर चौंक गया” है. उन्होंने कहा, ”जांच करना एजेंसियों का काम होता है. एजेंसियां स्वतंत्र हैं…मामलों को देखने का काम अदालतों का है.” उनका कहना था, ”जिसको मेरे ऊपर जितना जुल्म करना है, कर ले, लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई चलती रहेगी.” प्रधानमंत्री ने विपक्ष का आह्वान किया कि वे देश के विकास में उनका साथ दें.

उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष द्वारा ईंट फेंकी जाएगी तो वह उसका इस्तेमाल विकसित भारत की नींव रखने में करेंगे. प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के प्रति सरकार की बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया इस नीति पर चल रही है.

उन्होंने कहा, ”भारत की सेनाओं की सीमाओं से लेकर समुद्र तक धाक है. हमें हमारी सेना के पराक्रम पर गर्व होना चाहिए.” मोदी ने कांग्रेस सांसद डीके सुरेश का नाम लिये बिना उनके एक बयान का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि जोड़ने की बात छोड़ो देश को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. मोदी ने कहा, ”देश के इतने टुकड़े करके अभी भी आपके मन को शांति नहीं मिली. कितने टुकड़े करोगे.”

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