पारदर्शिता मोदी सरकार की कुंजी : रेल मंत्री वैष्णव
राष्ट्र को सबसे ऊपर रखें युवा : वैष्णव
जयपुर. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि पारदर्शिता केन्द्र की नरेंद्र मोदी नीत सरकार की कुंजी है. वैष्णव मंगलवार को अजमेर में आयोजित रोजगार मेला कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे. केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वैष्णव ने कहा कि इस केन्द्र सरकार में हर महीने लगभग 16 लाख रोजगार सृजन हो रहा है और पारर्दिशता मोदी सरकार की कुंजी है.
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में आर्थिक संकट की स्थिति में भी भारत संभावनाओं से भरे एक ऊर्जा स्रोत के रूप में उभर कर आया है.’’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं से आज हर वर्ग की जिंदगी आसान हुई है. युवाओं से ‘राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम’ का मंत्र अपनाने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में उन्हीं लोगों ने विजय प्राप्त की जिन्होंने हमेशा अपने कर्तव्य में राष्ट्र को प्रथम रखा.
युवाओं के समक्ष आने वाले संशय सहित अन्य चुनौतियों का जिक्र करते हुए वैष्णव ने कहा, ‘‘एक चीज, केवल एक मंत्र याद रखेंगे तो कभी मन में कोई संशय नहीं होगा. वह मंत्र है राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम.’’ उन्होंने कहा कि जीवन के विभिन्न हिस्सों से इसके कई उदाहरण लिए जा सकते हैं लेकिन वही लोग आगे और विजय प्राप्त की, जिन्होंने हमेशा अपने कर्तव्य में राष्ट्र को प्रथम रखा.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री रोजगार मेला’ के तहत मंगलवार को 71,000 से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति-पत्र प्रदान करने के आयोजन की ऑनलाइन शुरूआत की. साथ ही, प्रधानमंत्री ने कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल शुरू किया जो सभी नवनियुक्त व्यक्तियों के लिए एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स है.
राष्ट्र को सबसे ऊपर रखें युवा : वैष्णव
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को युवाओं से ‘राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम’ का मंत्र अपनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जीवन में उन्हीं लोगों को विजय प्राप्त हुई, जिन्होंने अपने कर्तव्य में राष्ट्र को हमेशा सबसे ऊपर रखा. वैष्णव मंगलवार को अजमेर में आयोजित रोजगार मेला कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे.
इस दौरान युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वे केवल एक चीज, केवल एक मंत्र याद रखेंगे तो कभी मन में कोई संशय नहीं होगा. यह मंत्र है, राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम.’’ वैष्णव ने कहा कि जीवन के विभिन्न हिस्सों से इसके कई उदाहरण लिए जा सकते हैं, लेकिन वही लोग आगे गए, उन्हीं लोगों ने संतुष्टि हासिल की, उन्हीं लोगों ने विजय प्राप्त की, जिन्होंने अपने कर्तव्य में राष्ट्र को हमेशा सबसे ऊपर रखा. इस अवसर पर वैष्णव ने नवनियुक्त अर्भ्यिथयों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए.