‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 30 दिन पूरे, राहुल बोले: एक देश में ‘दो भारत’ स्वीकार नहीं करेंगे

मांड्या. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 30वें दिन दिवंगत पत्रकार गौरी लंकेश के परिवार समेत कई अन्य लोगों के साथ पदयात्रा की और कहा कि एक देश में ‘दो भारत’ स्वीकार नहीं किया जाएगा. राहुल गांधी और अन्य ‘भारत यात्रियों’ ने रोज की तरह यात्रा के 30वें दिन भी 20 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की.

दिवंगत पत्रकार गौरी लंकेश की मां इंदिरा लंकेश और बहन कविता लंकेश कर्नाटक के मांड्या जिले में राहुल गांधी से मिलीं और फिर इस यात्रा में कुछ दूर पैदल चलीं. राहुल गांधी ने इंदिरा लंकेश को गले लगाकर उनका यात्रा में स्वागत किया. पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी दिवंगत पत्रकार की मां का हाथ पकड़कर चल रहे थे. गौरी लंकेश कर्नाटक की ही निवासी थीं. उनकी पांच सितंबर 2017 की रात बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

राहुल गांधी ने इंदिरा लंकेश और कविता लंकेश के साथ पदयात्रा की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘गौरी लंकेश सच के लिए खड़ी रहीं, गौरी लंकेश साहस के लिए खड़ी रहीं, गौरी लंकेश स्वतंत्रता के लिए खड़ी रहीं. मैं गौरी लंकेश और उनके जैसे अनगितन लोगों के लिए खड़ा हूं, जो भारत की सच्ची भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत जोड़ो यात्रा उनकी आवाज है और इसे चुप नहीं कराया जा सकता.’’ राहुल गांधी ने उद्योगपतियों की कर्जमाफी और किसानों की आत्महत्या से जुड़े मुद्दे उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि एक देश में “दो भारत” स्वीकार्य नहीं है.

उन्होंने ट्वीट किया, “कल मैं एक महिला से मिला, उनके किसान पति ने 50,000 रुपये के कजर्Þ के कारण आत्महत्या कर ली. एक भारत: पूंजीपति मित्रों को 6 प्रतिशत ब्याज पर कजर्Þ और करोड़ों की कजर्ÞमाफÞी. दूसरा भारत: अन्नदाताओं को 24 प्रतिशत ब्याज पर कजर्Þ और कष्टों से भरी जÞंिदगी.” कांग्रेस नेता ने कहा, “एक देश में ये ‘दो भारत’, हम स्वीकार नहीं करेंगे.” “भारत जोड़ो यात्रा ” के 30वें दिन राहुल गांधी ने यहां समाज के अलग-अलग वर्गों के लोगों से मुलाकात की. वह नयी शिक्षा नीति को लेकर कई शिक्षाविदों से भी मिले.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोई ‘नए राहुल गांधी’ दिखाई नहीं दे रहे हैं, बल्कि यही ‘असली राहुल हैं’ और आज देश को ऐसे ही एक नेता की जरूरत है, जो अपने आप को सर्वज्ञानी, सर्वव्यापी और सर्वशक्तिमान नहीं समझे तथा जनता की बात को सुने.

उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब इस यात्रा के दौरान बारिश में भीगते हुए भाषण देने, अपनी मां सोनिया गांधी के जूते का फीता बांधने और आम लोगों से सहजता से मिलने को लेकर राहुल गांधी की इन दिनों चर्चा और सराहना हो रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बृहस्पतिवार को यहां ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुईं थी और राहुल गांधी तथा अन्य ‘भारत यात्रियों’ के साथ पदयात्रा की थी.

राहुल गांधी और पार्टी कार्यकर्ताओं ने गत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की थी. इन दिनों यात्रा कर्नाटक में है. यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा. इस यात्रा में कुल 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. पार्टी ने राहुल समेत उन 119 नेताओं को “भारत यात्री” नाम दिया है, जो पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे. ये लोग 3570 किलोमीटर की निर्धारित दूरी दूरी तय करेंगे. कांग्रेस का मानना है कि यह यात्रा उसके लिए संजीवनी का काम करेगी.

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