पंचायती राज एवं नगरीय निकायों में महिलाओं को अधिकार सम्पन्न और सशक्त बनाने का किया काम : भूपेश बघेल

रायपुर. कांकेर में आयोजित नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य पावर कम्पनी के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना की सुविधा प्रदान करने, पुलिस उप निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति का अनुपात अब 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने और हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, भतरी जैसे स्थानीय बोलियों में पढ़ाई के लिए शिक्षकों की नियुक्ति करने और कृषि महाविद्यालय पखांजूर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर किए जाने की घोषणा की.

साथ ही जिलेवासियों को 866 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण-भूमिपूजन कर बड़ी सौगात दी. इस दौरान 321 करोड़ 71 लाख रूपए की लागत से बनने वाले कांकेर मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी किया गया. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पुरखती कागजात और तानाबाना पुस्तिका का विमोचन भी किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ससंदीय सचिव एवं विधायक शिशुपाल शोरी, भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सावित्री मण्डावी, अंतागढ़ विधायक अनुप नाग, मुख्यमंत्री के ससंदीय सलाहकार राजेश तिवारी, बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य बिरेश ठाकुर, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नितिन पोटाई, जिला पंचायत सदस्य हेमन्त ध्रुव, उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष सुभद्रा सलाम, गौ सेवा आयोग के सदस्या नरेन्द्र यादव, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. जगदलपुर के अध्यक्ष शंकर ध्रुवा, पर्यटन बोर्ड के सदस्य नरेश ठाकुर, कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला, एसपी दिव्यांग पटेल सहित जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी ने 73 वें और 74 वें संशोधन के माध्यम से पंचायती राज की व्यवस्था लाई और इसके साथ ही एक तिहाई महिलाओं को आरक्षण देने का भी काम हुआ. बघेल ने कहा कि जब से पंचायती राज लागू हुआ है महिला प्रतिनिधि मंच पर बैठी है, पंचायत भी संचालित कर रही हैं और महापौर भी बनी हैं. छत्तीसगढ़ में महिलाओं के जीवन में समृद्धि लाने, सम्मान दिलाने और उन्हें आगे बढ़ाने का काम हमने किया है. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची अभी प्रकाशित हुई है, इसमें 57 विधानसभाओं में ज्यादा महिला मतदाताएं हैं. छत्तीसगढ़ में बेटे-बेटियों में कोई भेदभाव नहीं होता. हम लोग लगातार पंचायती राज्य को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं. पेसा कानून को हमने लागू किया है. हमारी सरकार ने लोहांडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन वापस की है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तेजी से आदिवासियों के विकास के लिए कार्य हो रहे हैं. तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बढ़ाई गई है. 67 लघु वनोपज हम खरीद रहे हैं. दो लाख महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. 300 इंडस्ट्रियल पार्क शुरू किए गए हैं. हम महात्मा गांधी के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं. हमने मिलेट मिशन आरंभ किया है. नथियानवांगांव में 22 प्रकार की खाद्य सामग्री बन रही है. हम लोगों को उत्पाद का सही मूल्य दिला रहे हैं. उन्होंने कहा कि जमशेद जी टाटा जब छत्तीसगढ़ में खदान के लिए आए, तब आदिवासियों ने कहा कि हम सरकार को इसे दे देंगे, निजी हाथों में नहीं देंगे. फिर पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने यहां के लोहे से भिलाई स्टील प्लांट की शुरूआत की. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रम देश की संपदा है. इनका निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी ने आरंभ किया. हम निरंतर आम जनता की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन कांकेर में की बड़ी घोषणाएं –

राज्य पावर कम्पनियों में एक अप्रैल 2004 और इसके उपरांत नियुक्त लगभग 10 हजार कर्मियों के लिए नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन की सुविधा.

पुलिस उप निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति अब 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की घोषणा.

कृषि महाविद्यालय पखांजूर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर किए जाने की घोषणा.

हल्बी, गोंडी, सरगुजिहा, भतरी जैसे स्थानीय बोलियों में पढ़ाई के साथ-साथ अब इन भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति करने की घोषणा.

चारामा विकासखण्ड टंहकापार में महानदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण.

कांकेर नरहरपुर मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा.

आदिवासी पुस्तकालय की स्थापना.

अंतागढ़ से घोड़ागांव, अंजारी मार्ग पर पुल निर्माण.

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