रुबिया सईद अपहरण मामले में यासिन मलिक वीडियो कांफ्रेंस के जरिये अदालत में पेश हुआ

जम्मू. दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) का प्रमुख यासिन मलिक बृहस्पतिवार को यहां की एक अदालत में वीडियो कांफ्रेंस के जरिये पेश हुआ और केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबिया सईद के अपहरण के मामले में गवाहों से जिरह कराई गई. आतंकवाद को धन मुहैया करने के मामले में मलिक तिहाड़ जेल में बंद है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक आदेश के जरिये उसकी गतिविधियों को निषिद्ध कर रखा है, जिसके चलते उसे अदालत नहीं ले जाया गया.

वरिष्ठ सरकारी वकील एस.के. भट ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज, आरोपी यासिन मलिक ने सुनवाई में वीडियो कांफ्रेंस के जरिये हिस्सा लिया…और गवाहों से जिरह का विरोध नहीं किया. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सीबीआई के वकील के रूप में अदालत में दलील दी कि चूंकि वह सुनवाई में शामिल हुआ है इसलिए पेशी वारंट नहीं जारी किया जाना चाहिए. अदालत ने उसे स्वीकार किया और पेशी वारंट जारी नहीं किया गया.’’ अदालत ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सुनवाई की अगली तारीख 23 दिसंबर को शेष गवाहों को पेश करने को कहा. रुबिया सुनवाई के लिए पेश नहीं हुईं क्योंकि इससे छूट देने की उनकी अर्जी अदलत मंजूर कर चुकी है. रुबिया के अपहरण का मामला 1989 का है.

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