मॉस्को में समारोह स्थल पर हमले में 133 लोगों की मौत, 11 लोग हिरासत में

पुतिन का दावा : मॉस्को के कंसर्ट हॉल में हुए घातक हमले से यूक्रेन का संबंध

मॉस्को. रूस की राजधानी मॉस्को में एक बड़े समारोह स्थल पर हमलावरों की अंधाधुंध गोलीबारी में मृतकों की संख्या बढ.कर 133 हो गई है. रूस की शीर्ष जांच एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी. हमलावरों ने गोलीबारी के बाद समारोह स्थल को आग लगा दी. इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह की अफगानिस्तान शाखा ने सोशल मीडिया पर एक बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि अधिकारियों ने हमले में सीधे तौर पर शामिल चार लोगों सहित 11 लोगों को हिरासत में लिया है. उन्होंने यह भी कहा हमलावर सीमा पारकर यूक्रेन की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे. यूक्रेन ने हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में इस हमले को ”बर्बर आतंकवादी कृत्य” करार दिया. इसे रूस में पिछले दो दशक में हुआ सबसे भीषण आतंकी हमला माना जा रहा है. यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब देश का यूक्रेन के साथ युद्ध तीसरे साल भी जारी है.

कुछ दिन पहले ही देश में हुए चुनाव में जीत हासिल कर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया था.
इस्लामिक स्टेट समूह ने सोशल मीडिया पर संबद्ध चैनलों पर साझा किए गए एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली. इस्लामिक स्टेट समूह ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक द्वारा साझा किए गए एक बयान के जरिए कहा कि उसने मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क में ‘ईसाइयों’ की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए.

फिलहाल दावे की प्रामाणिकता सत्यापित नहीं की जा सकी है लेकिन एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी को पता चला था कि अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह की शाखा मॉस्को में हमले की साजिश बना रही थी और उन्होंने रूसी अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की थी.

रूस की जांच समिति ने कहा कि चारों संदिग्धों को पश्चिमी रूस के ब्रांस्क क्षेत्र में रोका गया. यह क्षेत्र “यूक्रेन की सीमा से ज्यादा दूर नहीं” है. राज्य समाचार एजेंसी तास ने रूस की एफएसबी का हवाला देते हुए कहा कि चारों ने सीमा पार कर यूक्रेन जाने की योजना बनाई थी और वहां उनके “संपर्क” थे. टैस के अनुसार, एफएसबी के प्रमुख ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को शनिवार को गिरफ्तारियों के बारे में जानकारी दी.

इसे रूस में पिछले दो दशक में हुआ सबसे भीषण आतंकवादी हमला माना जा रहा है. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश का यूक्रेन के साथ युद्ध तीसरे साल भी जारी है. हमले के तुरंत बाद कुछ रूसी सांसदों ने यूक्रेन पर उंगली उठाई. हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज.ेलेंस्की के सलाहकार मायखाइलो पोदोल्याक ने किसी भी संलिप्तता से इनकार किया.

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ”यूक्रेन ने कभी भी आतंकवादी तरीकों का इस्तेमाल नहीं किया है. इस युद्ध में सब कुछ जंग के मैदान पर ही तय होगा.” मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले को ”बहुत बड़ी त्रासदी” बताया. रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास ‘क्रेमलिन’ ने बताया कि हमलावरों के ‘क्रोकस सिटी हॉल’ में हमला करने के कुछ ही मिनट बाद पुतिन को इस बारे में सूचित कर दिया गया था. यह हॉल मॉस्को के पश्चिमी छोर पर स्थित एक बड़ा संगीत स्थल है, जिसमें 6,000 से अधिक लोग बैठ सकते हैं.

यह हमला तब हुआ जब क्रोकस सिटी हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड ‘पिकनिक’ के एक संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी. कुछ रूसी समाचार रिपोर्ट में बताया गया है कि हमलावरों द्वारा विस्फोटक फेंकने के बाद लगी आग में और अधिक पीड़ितों के फंसे होने की आशंका है. हमले के दौरान लगी आग को बुझाने के दौरान शनिवार तड़के थिएटर की छत गिर पड़ी.

एक वीडियो में इमारत में आग लगी हुई और रात को आसमान में धुएं का एक बड़ा गुबार उठते हुए दिखायी दिया. हमले के बाद सड़कों पर दमकल वाहन, एम्बुलेंस तथा अन्य आपात वाहन और आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ते हुए देखे गए. अभियोजक कार्यालय ने बताया कि लड़ाकू पोशाक पहने कई पुरुष समारोह स्थल में घुसे और उन्होंने वहां मौजूदा लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी.

हमले के दौरान हॉल में मौजूद डेव प्रिमोव ने कहा, ”लगातार गोलीबारी होने लगी. हम सब उठे और गलियारे की ओर बढ.ने की कोशिश करने लगे. लोग घबराने लगे और भगदड़ मच गयी. कुछ लोग नीचे गिर गए जिन्हें कुछ अन्य लोगों ने कुचल दिया.” रूसी मीडिया पर चैनलों द्वारा पोस्ट की वीडियो में हमलावर असॉल्ट राइफल से लोगों को करीब से गोली मारते दिखायी दिए. एक वीडियो में समारोह स्थल में मौजूद एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि हमलावरों ने इमारत को आग के हवाले कर दिया है तथा इसके साथ ही लगातार गोलियां चलने की आवाज आ रही थी.

रूसी मीडिया ने बताया कि समारोह स्थल की सुरक्षा में तैनात र्किमयों के पास बंदूकें नहीं थीं और उनमें से कुछ हमले की शुरुआत में ही मारे गए. कुछ रूसी समाचार संगठनों ने बताया कि हमलावर विशेष बलों और दंगा रोधी पुलिस के आने से पहले ही भाग गए. खबरों में कहा गया है कि पुलिसकर्मी उन कई वाहनों की तलाशी ले रहे हैं जिन्हें हमलावरों ने फरार होने में इस्तेमाल किया होगा.

रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मॉस्को में शनिवार सुबह सैकड़ों लोग रक्त और प्लाज्मा दान करने के लिए कतारों में खड़े रहे.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस ”जघन्य और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले” की निंदा की और दोषियों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता पर जोर दिया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी कड़े से कड़े शब्दों में आतंकवादी हमले की निंदा की. उनके प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी. इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे.

पुतिन का दावा : मॉस्को के कंसर्ट हॉल में हुए घातक हमले से यूक्रेन का संबंध

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि पूरे देश में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि मॉस्को के बाहरी इलाके में स्थित एक कंसर्ट हॉल पर हुए हमले के तार यूक्रेन से जुड़े हैं. इस हमले में 115 लोगों की मौत हो गई. इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह की अफगानिस्तान शाखा ने सोशल मीडिया से संबद्ध चैनलों पर पोस्ट किए गए एक बयान में शुक्रवार के हमले की जिम्मेदारी ली है.

एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि अमेरिकी एजेंसियों ने पुष्टि की है कि हमले के लिए आईएस समूह जिम्मेदार था. हालांकि, कुछ रूसी नेताओं ने हमले के तुरंत बाद यूक्रेन की ओर उंगली उठाई थी, जबकि यूक्रेन ने इन आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया है.

पुतिन ने कहा कि हमले में सीधे तौर पर शामिल सभी चार लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और बताया गया है कि वे भागने के दौरान सीमा पार कर यूक्रेन में घुसने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि, उन्होंने उस दावे के लिए कोई सबूत उपलब्ध नहीं कराया है.
पुतिन ने रविवार को राष्ट्रव्यापी शोक दिवस मनाये जाने की घोषणा की है. यह हमला रूस में काफी वर्षों में सबसे घातक था और इसने कंसर्ट हॉल को सुलगता हुआ खंडहर बना दिया.

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