नामीबिया से MP के कूनो गए एक चीते ने चार शावकों को दिया जन्म, सभी स्वस्थ एवं सक्रिय

प्रधानमंत्री ने चार शावकों के जन्म पर प्रसन्नता जताई

नयी दिल्ली/भोपाल/श्योपुर. नामीबिया से मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाए गए आठ चीतों में से एक चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है. चारों शावक और उनकी मां पूरी तरह स्वस्थ और सक्रिय हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. यह खुशी की खबर दो दिन पहले इस उद्यान में नामीबिया से लाये गये एक अन्य मादा चीता की मौत के बाद आई है.

मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग की एक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘प्रदेशवासियों और वन्य-प्राणी जगत के लिए 29 मार्च 2023 बुधवार का दिन बड़ी सौगात लेकर आया. कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ी गई तीन वर्ष की नामीबियाई मादा चीता ‘सियाया’ ने चार चीता शावकों को जन्म दिया है.’’ वहीं, मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) जे.एस. चौहान ने बताया, ‘‘विगत एक सप्ताह से सियाया की गतिविधियां बाड़ा क्रमांक 5 में एक ही स्थान पर केन्द्रित थी. इससे यह एहसास हुआ कि संभवत: सियाया बच्चों को जन्म देने वाली है.’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘बुधवार को जब सियाया शिकार के लिए निकली तो नामीबियाई चीता विशेषज्ञ इलाई वॉकर द्वारा संबंधित स्थान पर सुरक्षित दूरी से देखने पर पाया कि मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया है.’’ वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अनुमान लगाया जा रहा है कि इन शावकों का जन्म पांच दिन पहले हुआ होगा, लेकिन अधिकारियों ने बुधवार को उन्हें देखा.
उन्होंने कहा कि नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में ‘सियाया’ भी शामिल थीं. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ंिसह चौहान एव प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने चीता शावकों के जन्म पर खुशी जाहिर की है.

चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘नन्हें मेहमानों के आने का अप्रतिम आनंद..’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपकी प्रेरणा और सफल प्रयासों से चीता की सुखद वापसी भारत में हुई है. मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना है. आज कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता परिवार में चार नये शावकों के आगमन से हम समस्त मध्यप्रदेशवासी र्हिषत एवं आनंदित हैं.’’

चौहान ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए अत्यंत आनंददायी है कि कूनो में चीता परिवार बढ़ रहा है. वन विभाग, कूनो राष्ट्रीय उद्यान, स्थानीय प्रशासन के सफल प्रबंधन से सुखद परिणाम मिले हैं. मैं वन विभाग की पूरी टीम को बधाई देता हूं, जिनकी देख रेख में भारत में चीता परियोजना सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘चारों शावक और सियाया पूरी तरह स्वस्थ और सक्रिय हैं.’’

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितम्बर 2022 को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए नर/मादा चीतों में से नामीबियाई मादा चीता “सियाया” द्वारा पहली बार देश की मिट्टी पर वंश वृद्धि की गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया से लाए गए पांच मादा और तीन नर चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को अपने 72वें जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था.

इनमें से एक मादा चीता ‘साशा’ की गुर्दे की बीमारी के कारण गत सोमवार को मौत हो गयी थी. मध्यप्रदेश के वन एवं वन्यजीवन अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी. दक्षिण अफ्रीका से लाकर 18 फरवरी को भी कूनो में 12 अन्य चीतों को छोड़ा गया था. भारत में अंतिम चीते की मृत्यु वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी और भूमि पर सबसे तेज दौड़ने वाले जानवर को 1952 में देश में विलुप्त घोषित किया गया था.

प्रधानमंत्री ने चार शावकों के जन्म पर प्रसन्नता जताई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नामीबिया से भारत लाए गए चीतों में से एक मादा चीते द्वारा चार शावकों को जन्म देने पर बुधवार को प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह ‘‘अद्भुत समाचार’’ है. केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के एक ट्वीट को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘अद्भुत समाचार.’’ यादव ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की थी कि नामीबिया से भारत लाए गए चीतों में से एक चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है.

यादव ने ‘अमृत काल’ के दौरान भारत के वन्यजीव संरक्षण इतिहास में इसे महत्वपूर्ण पल बताया. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत 17 सितंबर 2022 को भारत लाए गए चीतों में से एक मादा चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है.’’

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