छत्तीसगढ़ से आए हाथियों के झुंड ने शहडोल जिले में तीन और लोगों को कुचला
शहडोल. मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में हाथियों के झुंड ने महुआ बीनने जंगल गये तीन लोगों को कुचल दिया. जिले में पिछले दो दिनों में हाथियों के हमले में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. एक दिन पहले मंगलवार को भी शहडोल जिले के वन परिक्षेत्र अमझोर के अंतर्गत चितरांव गांव के जंगल में महुआ बीनने गए मोतीलाल बसोर (60) और उसकी पत्नी मुलिया बाई (55) को हाथियों ने कुचल दिया था, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी.
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से आए हाथियों के इस झुंड ने रविवार की रात केसवाही से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया था. शहडोल की जिलाधिकारी वंदना वैद्य ने ‘भाषा’ को बताया कि जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र के बांसा गांव में महुआ बीनने गए लल्लू सिंह कंवर (50), उसकी पत्नी ललिता सिंह कंवर (48) एवं ललिता की बहन बेबी सिंह कंवर (38) को बुधवार को हाथियों ने कुचल दिया जिससे उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि वे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके पर ही मौजूद हैं.
वैद्य ने बताया कि हाथियों के झुंड की आखिरी आवाजाही झिरिया टोला गांव से दो किलोमीटर दूर मिली है. उन्होंने कहा कि गांव में तालाब होने के कारण ऐसी संभावना है कि हाथी पानी पीने तालाब में आ सकते हैं, लिहाजा ग्रामीणों को सतर्क किया गया है.
वैद्य ने बताया कि वन अमले द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से मुनादी (डुग्गी बजाकर दी जाने वाली सूचना) कराई जा रही है, ताकि कोई भी ग्रामीण महुआ बीनने ना जाए. ग्रामीणों को यह भी कहा जा रहा है की वे रात में जागें और टार्च वगैरह अपने साथ रखें. शहडोल वन वृत्त के मुख्य वन संरक्षक पी के वर्मा ने मंगलवार को बताया था कि इस झुंड में दो हाथी, दो हथिनी और हाथियों के तीन बच्चे हैं.