इंदौर में कांग्रेस को एक और झटका, मप्र उच्च न्यायालय ने खारिज की ”डमी” उम्मीदवार की याचिका

मप्र में कांग्रेस की मुश्किलें जारी, राहुल के दौरे के दिन पार्टी विधायक रावत भाजपा में शामिल

इंदौर/भोपाल. कांग्रेस को इंदौर लोकसभा क्षेत्र में एक बार फिर झटका लगा, जब मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने उसके “डमी” (वैकल्पिक) उम्मीदवार मोती सिंह की रिट याचिका मंगलवार को खारिज कर दी. सिंह का नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी द्वारा चार दिन पहले खारिज किया जा चुका है, लेकिन उन्होंने इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के पर्चा वापस लेने का हवाला देते हुए अदालत से गुहार लगायी थी कि उन्हें पार्टी के चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाए. न्यायमूर्ति विवेक रूसिया ने याचिकाकर्ता और चुनाव आयोग की दलीलें सुनने के बाद सिंह की रिट याचिका खारिज कर दी.

उच्च न्यायालय ने सुनवाई के दौरान मौखिक टिप्पणी की कि चूंकि सिंह का पर्चा खारिज हो चुका है और उनका नाम चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची में नहीं है, इसलिए वह चुनावी दौड़ से पहले ही बाहर हो चुके हैं. एकल पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता द्वारा उठाया गया मामला चुनाव याचिका का विषय है.

सिंह की ओर से अदालत में कहा गया कि निर्वाचन अधिकारी ने उनका पर्चा दस्तावेजों की छानबीन के दौरान 26 अप्रैल को केवल इस आधार पर खारिज कर दिया था कि वह महज वैकल्पिक उम्मीदवार है, जबकि बम पार्टी के स्वीकृत प्रत्याशी हैं. कांग्रेस के “डमी” उम्मीदवार की ओर से कहा गया कि चूंकि बम ने पर्चा वापस ले लिया है, इसलिए चुनाव चिन्ह (आरक्षण एवं आवंटन आदेश) 1968 के तहत सिंह को कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पंजे के साथ के साथ पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए.

उधर, चुनाव आयोग की ओर से सिंह की याचिका के खिलाफ दलील दी गई कि यह मामला ”रिले रेस” की तरह है, यानी “बैटन” थामे रखने के लिए धावक को दौड़ में बने रहना होता है. चुनाव आयोग की ओर से यह भी कहा गया कि निर्वाचन अधिकारी ने सिंह का पर्चा इसलिए रद्द किया क्योंकि उन्होंने इसमें 10 प्रस्तावकों का कॉलम खाली छोड़ दिया था.

मप्र में कांग्रेस की मुश्किलें जारी, राहुल के दौरे के दिन पार्टी विधायक रावत भाजपा में शामिल

मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक राम निवास रावत मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गये. इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के नामांकन वापस लेने के एक दिन बाद विधायक ने पार्टी छोड़ी है. रावत (64) श्योपुर जिले में एक रैली में मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए. इसी दिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए पड़ोसी जिले भिंड में थे.

रावत के अलावा मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी भी भाजपा में शामिल हुईं. श्योपुर, मुरैना लोकसभा सीट का हिस्सा है जहां तीसरे  चरण में सात मई को मतदान होगा. मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रावत और अन्य नेताओं को भगवा ‘अंगवस्त्र’ (दुपट्टा) भेंट कर भाजपा में उनका स्वागत किया.

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