‘भारत जोड़ो यात्रा’ ‘परिवार’ को बचाने का अभियान: भाजपा

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस की ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ को उसका ‘‘छलावा’’ करार दिया और दावा किया कि यह प्रमुख रूप से ‘‘परिवार को बचाने’’ का अभियान है ताकि देश की सबसे पुरानी पार्टी पर नियंत्रण बरकरार रहे. भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवादाताओं को संबोधित करते हुए यह दावा भी किया कि यात्रा के जरिए अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नेता के रूप में स्थापित करने का कांग्रेस का यह एक और प्रयास है.

प्रसाद ने यह कहते हुए राहुल गांधी पर तंज भी कसा कि जो व्यक्ति अपनी पार्टी को नहीं जोड़ सका, जो अक्सर विदेश चला जाता है और जिसे अध्यक्ष बनाए जाने के लिए कांग्रेस में एक ‘‘दरबारी गायन’’ होता है, वह भारत जोड़ो यात्रा पर निकला है. उन्होंने कहा, ‘‘यह परिवार को बचाने की यात्रा है, ताकि परिवार का पार्टी पर नियंत्रण बना रहे. परिवार का और पार्टी का राजनीतिक आधार खिसकता जा रहा है, क्योंकि उनपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. यह देश जोड़ने की बात तो छलावा है, दिखावा है…वह उन्हें (राहुल गांधी को) नेता के रूप में स्थापित करने का फिर से प्रयास कर रहे हैं. मैं जानना चाहूंगा कि कितनी बार उन्हें नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश होगी.’’

वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद सहित हाल के दिनों में कांग्रेस छोड़ने वाले कुछ नेताओं का उल्लेख करते हुए प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी तो अपनी पार्टी और नेताओं को ही नहीं जोड़ सके हैं, ऐसे में वह देश क्या जोड़ेंगे? भाजपा नेता ने पाकिस्तान में आतंकी अड्डों पर हुए बालाकोट एयरस्ट्राइक पर सवाल उठाने, कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन लगाने और सरकार के अन्य कार्यक्रमों की आलोचना किए जाने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने पूर्व में देश को कमजोर करने की कोशिश की है.

उन्होंने कहा, ‘‘ंिहदुस्तान की संस्कृति रही है कि सेना की शहादत, सेना के शौर्य और सेना के बलिदान पर कभी सवाल नहीं उठाते. आपने उसका सबूत मांगा. अपने देश की सामरिक सुरक्षा को कमजोर करने और सेना के मनोबल को तोड़ने की कोशिश की और अब जोड़ने की बात करते हैं.’’ भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने भी यह कहकर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का मजाक उड़ाया कि ‘‘यह शताब्दी का कॉमेडी’’ है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आज हम जिस भारत में रहते हैं वह लचीला, मजबूत और एकजुट है. भारत सिर्फ 1947 में बंटा था जब कांग्रेस ने सहमति प्रदान की थी. वह अगर एकजुट करना चाहते हैं तो राहुल गांधी को पाकिस्तान जाना चाहिए.’’

देश कभी भी ‘अवसरवादी’ गठबंधन पर भरोसा नहीं करेगा: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशों का यह कहते हुए कमतर आंकने की कोशिश की देश ‘‘अवसरवादी’’ गठबंधनों से आगे निकल चुका है और अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत व निर्णायक नेतृत्व के पीछे खड़ा है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर निकलने और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचने को नीतीश की ‘‘राजनीतिक तीर्थ यात्रा’’ करार दिया और आरोप लगाया कि वह उन लोगों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं जिन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश की दिल्ली यात्रा ऐसे समय में हुई है जब बिहार बाढ़ और सूखे की त्रासदी झेल रहा है और हत्या जैसी अपराध की घटनाएं लगातार हो रही हैं.

उल्लेखनीय है कि नीतीश ने अपने दो दिवसीय दिल्ली यात्रा के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल, वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा, समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम ंिसह यादव व उनके पुत्र अखिलेश यादव सहित कई अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा कि उनकी इन मुलाकातों का मकसद विपक्षी दलों को भाजपा के खिलाफ एकजुट करना है और विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने की उनकी कोई इच्छा नहीं है.

प्रसाद ने कहा, ‘‘वह विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन 2014 के बाद देश इन अवसरवादी गठबंधनों से आगे निकल चुका है और वह उस पर कभी भरोसा नहीं करेगा.’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश ने 2014 से पहले बहुत राजनीतिक अस्थिरता देखी है जब कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, आई के गुजराल और एच डी देवेगौड़ा की सरकारों को गिरा दिया था. उन्होंने कहा कि देश इस स्थिति से आगे निकल चुका है और 2014 से एक स्थिर सरकार देख रहा है, जिसने देशवासियों में उम्मीद जगाई है और समाज में नयी ऊर्जा का संचार किया है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश गौरव व सम्मान बढ़ाया है और इसका ताजातरीन उदाहरण ब्रिटेन को पछाड़कर भारत का विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना है. पटना साहिब से सांसद प्रसाद ने जनता दल (यूनाइटेड) और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं की ओर से नीतीश को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किए जाने का भी मजाक उड़ाया और आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अरंिवद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव उनकी दावेदारी का समर्थन करेंगे?

उन्होंने जद (यू) के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि यदि विपक्षी दल एकजुट हो जाते हैं तो लोकसभा चुनाव में भाजपा 50 सीटों पर सिमट जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि कोई दिन में सपने देखता है तो उसे रोका नहीं जा सकता है. नीतश ने कहा था कि वह संख्या पर नहीं जाएंगे लेकिन यदि विपक्षी दल एकजुट हो जाते हैं तो भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाया जा सकता है.

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