बीजद सरकार ने ओडिशा के लोगों को आयुष्मान भारत के लाभ से वंचित रखा: मुख्यमंत्री

भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य में आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं करने के लिए पूर्ववर्ती नवीन पटनायक सरकार की आलोचना करते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि बीजू जनता दल (बीजद) सरकार ने अपने ‘‘लाभ’’ के लिए लोगों को इस योजना से वंचित रखा।
माझी आज सुबह नयी दिल्ली से यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। वह सोमवार को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्यान्वयन के लिए ओडिशा सरकार और केंद्र के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के कार्यक्रम में भाग लेने दिल्ली गए थे।
माझी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केंद्र ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना को लागू किया था, लेकिन पूर्ववर्ती बीजद सरकार ने अपने निजी स्वार्थ के कारण इसे ओडिशा में लागू नहीं किया।’’ उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने के बाद इस योजना को लागू किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी दल के रूप में भाजपा ने आयुष्मान भारत योजना के कार्यान्वयन की मांग की थी। हालांकि, तत्कालीन बीजद सरकार ने हमारी मांग को नजरअंदाज कर दिया। अंत में, लोगों ने बीजद को सत्ता से बाहर कर दिया और हमें ओडिशा में डबल इंजन सरकार बनाने के लिए चुना। हमारी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को लागू किया है।’’ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना विश्व की सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित स्वास्थ्य योजना है। यह कुछ स्थितियों में अस्पताल में भर्ती होने पर प्रति वर्ष प्रति पात्र परिवार को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से ओडिशा के 1.3 करोड़ परिवार लाभान्वित होंगे और अब वे बीएसकेवाई कार्यक्रम के तहत लगभग 900 अस्पतालों के बजाय लगभग 30,000 स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने के हकदार हैं।
उन्होंने कहा कि इससे ओडिशा के उन लोगों को भी लाभ होगा, जो राज्य से बाहर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘70 वर्ष और उससे अधिक आयु के 23 लाख से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ मिलेगा।’’ ओडिशा में आयुष्मान भारत योजना का कार्यान्वयन भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में किए गए प्रमुख वादों में से एक था।