भाजपा ने वायनाड में भूस्खलन की घटना का राजनीतिकरण किया : प्रियंका गांधी
वायनाड. कांग्रेस महासचिव और वायनाड लोकसभा सीट से संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाद्रा ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस साल जुलाई में हुई भूस्खलन की घटना का राजनीतिकरण किया.
इस प्राकृतिक आपदा में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य विस्थापित हुए थे.
चुनाव प्रचार के दूसरे दिन की शुरुआत करते हुए उन्होंने सुल्तान बाथरी विधानसभा क्षेत्र के केनिचिरा में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ”जिस आपदा से लोगों को भारी पीड़ा हुई, उसका भी भाजपा ने राजनीतिकरण कर दिया…हम एक ऐसी जगह पर खड़े हैं, जहां आपको अपने देश, अपनी जरूरतों और आप जिस तरह की राजनीति चाहते हैं, उसके बारे में सोचना चाहिए.” भाजपा पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि पूरे देश में नफरत फैला रही भाजपा की राजनीति की पहचान क्रोध, विभाजन और बर्बादी है.
उन्होंने कहा कि लोगों के समक्ष खड़े वास्तविक मुद्दों को नजरअंदाज किया जा रहा है और उनकी समस्याएं अनसुलझी हैं. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि बेरोजगारी अब तक के उच्चतम स्तर पर है और कीमतें लगातार बढ. रही हैं, जिनके रुकने का कोई संकेत नहीं है. प्रियंका गांधी ने कहा, ”राजनीति इन मुद्दों को हल करने पर केंद्रित नहीं है. भाजपा की राजनीति का उद्देश्य पूरी तरह से आपका अपनी समस्याओं से ध्यान भटकाना है, क्योंकि इसका एकमात्र उद्देश्य सत्ता में बने रहना है, चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े.” उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भूस्खलन से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आवश्यक सहायता राशि देने में विफल रहने का भी आरोप लगाया.
बाद में, कलपेट्टा विधानसभा क्षेत्र के व्यथिरी में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि वह वायनाड के लोगों के लिए लड़ेंगी, भले ही इसके लिए सड़कों पर उतरना पड़े, क्योंकि वह एक ‘दृढ. योद्धा’ हैं. कांग्रेस नेता की चुनाव प्रचार के दूसरे दिन की यह अंतिम सभा थी उन्होंने कहा, ”यदि आप मेरे भाई और मेरे पति से पूछें तो मैं आपको बता सकती हूं कि मैं एक सशक्त योद्धा हूं. इसलिए मैं आपको एक बात बता सकती हूं कि मैं आपके लिए हर संभव मंच पर लड़ूंगी…यदि मुझे सड़क पर भी लड़ना पड़ा तो मैं सड़क पर भी लड़ूंगी.” केंद्र में भाजपा के 10 साल के शासन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी के पिछले 10 वर्षों के शासन में हमने केवल विभाजन, नफरत और भय फैलाने वाली बातें ही देखी हैं.”
प्रियंका गांधी ने कहा, ”हमने देखा है कि उनकी नीतियों से केवल मुट्ठी भर अमीर कारोबारियों को ही लाभ मिल रहा है, जो प्रधानमंत्री के मित्र हैं. सरकारी संस्थाओं को कमजोर किया गया है. नागरिकों के अधिकारों का हनन किया गया है. आदिवासियों की जमीनें छीनकर उनके मित्रों को दे दी गई हैं. बंदरगाह, हवाई अड्डे और सार्वजनिक उपक्रमों को धीरे-धीरे मोदी जी के मित्रों को सौंपा जा रहा है.” प्रियंका गांधी ने अपने अभियान के दौरान पुलपल्ली के पजहस्सिराजा कॉलेज का दौरा किया, जहां छात्रों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने छात्रों से बातचीत की और प्रगतिशील, समावेशी भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया.
प्रियंका गांधी ने कहा, ”यदि आप मुझे संसद में अपना प्रतिनिधित्व करने का मौका देते हैं, तो मैं आपको दिखाऊंगी कि आपके लिए किसी और की तुलना में मैं अधिक मेहनत कर सकती हूं. मैं आपके मुद्दों को हर जगह उठाऊंगी. मैं आपके लिए लड़ूंगी और राज्य और केंद्र दोनों सरकारों पर दबाव डालूंगी. आप देखेंगे कि आपके साथ एक मजबूत योद्धा होगा जो आपकी आवश्यकताओं पर सवाल उठाए जाने पर पीछे नहीं हटेगा.” कांग्रेस महासचिव पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं. पार्टी द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक वह सात नवंबर तक केरल में रहेंगी. राहुल गांधी के इस्तीफा देने के कारण वायनाड सीट पर उपचुनाव कराना पड़ रहा है. राहुल गांधी ने इस साल हुए आम चुनाव में वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली दोनों लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी. बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी जिसकी वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. वायनाड लोकसभा सीट के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा.